UP Politics: बरेली में 933 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, योगी का मेगा ऐलान!

UP Politics: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली में एक कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो लोग गौहत्या करवाते हैं और कसाइयों से संबंध रखते हैं, उन्हें गौमाता की सेवा के बारे में क्या पता? वे गोबर में भी बदबू ही ढूंढेंगे। मुख्यमंत्री ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी बात करते हुए कहा कि अब दंगाई चूहे की तरह बिलों में दुबके रहते हैं और बाहर निकलने की हिम्मत नहीं कर पाते, क्योंकि उन्हें पता है कि दंगा करने का अंजाम क्या होगा।
विकास परियोजनाओं और एंबुलेंस सेवा की सौगात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बरेली में 933 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 132 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए 2554 नई अत्याधुनिक एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाई। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।
‘स्कूल चलो अभियान’ और शिक्षा सुधार
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ‘स्कूल चलो अभियान’ की शुरुआत की, जिससे सरकारी स्कूलों में अधिक से अधिक बच्चों का नामांकन हो सके। उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे, यह सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी है। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 2017 में प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद की स्थिति खराब थी, लेकिन अब 96% स्कूलों में शौचालय, पीने का पानी, स्मार्ट क्लास, डिजिटल लाइब्रेरी और फर्नीचर की व्यवस्था की गई है। उन्होंने सभी शिक्षकों और जनता से अपील की कि वे इस अभियान में सहयोग करें और उत्तर प्रदेश को साक्षर बनाएं।
संक्रामक रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने संक्रामक रोग नियंत्रण अभियान की भी शुरुआत की, जिससे इंसेफेलाइटिस, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और काला-अजार जैसी बीमारियों को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर है और प्रदेश में व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा, सरकार ने प्रधानमंत्री श्री योजना के तहत 1500 स्कूलों के पुनर्निर्माण की भी योजना बनाई है और हर जिले में मुख्यमंत्री कंपोजिट स्कूल शुरू करने का फैसला किया है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।