UP News: कानपुर में फिर से ट्रेन को पटरी से उतारने का प्रयास, लको पायलट और सहायक की सतर्कता से बची दुर्घटना
UP News: कानपुर में लगातार ट्रेन को पटरी से उतारने के प्रयास की घटनाएँ सामने आ रही हैं। हाल ही में एक और प्रयास किया गया, जिसमें एक मालगाड़ी को खतरे में डाल दिया गया। यह घटना शनिवार की सुबह की है, जब एक मालगाड़ी कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी। जैसे ही यह गाड़ी प्रेमपुर स्टेशन की लूप लाइन पर पहुंची, इसके लको पायलट देवआनंद गुप्ता और सहायक लको पायलट सीसीबी सिंह ने देखा कि पटरी पर एक सिलेंडर रखा हुआ है।
घटना का विवरण
यह घटना सुबह 5:50 बजे के आसपास प्रेमपुर स्टेशन पर हुई। लको पायलट की सतर्कता के कारण एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई। जैसे ही उन्होंने पटरी पर रखे सिलेंडर को देखा, उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाए और ट्रेन को सिलेंडर से कुछ दूरी पर रोक दिया। इसके बाद, उन्होंने घटना की सूचना संबंधित अधिकारियों को दी।
अधिकारियों की कार्रवाई
सूचना मिलने पर रेलवे के आईओडब्ल्यू, सुरक्षा बल और अन्य टीमें मौके पर पहुंची। उन्होंने स्थिति का आकलन किया और पटरी से सिलेंडर को हटा दिया। जांच में पाया गया कि यह एक खाली पांच-लीटर का सिलेंडर था, जिसे सिग्नल के ठीक पहले रखा गया था। अधिकारियों ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह सिलेंडर किसने और क्यों रखा था।
बढ़ती घटनाएँ
कानपुर में ट्रेन को पटरी से उतारने के प्रयास की यह पहली घटना नहीं है। पिछले कुछ महीनों में इस प्रकार की घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। इन घटनाओं का गंभीरता से संज्ञान लिया जा रहा है, और सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे प्रशासन को कई कदम उठाने की आवश्यकता है। रेलवे ट्रैक के चारों ओर सुरक्षा कैमरे लगाए जाने चाहिए, ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखी जा सके। इसके अलावा, ट्रेनों की आवाजाही के दौरान किसी भी प्रकार की बाधा को लेकर अधिक सतर्कता बरती जानी चाहिए।
स्थानीय समुदाय की भूमिका
स्थानीय समुदाय की भूमिका भी इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में महत्वपूर्ण है। लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए कि वे ट्रैक के पास किसी भी संदिग्ध वस्तु को तुरंत रेलवे अधिकारियों को सूचित करें। यह उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वे ट्रैक की सुरक्षा के प्रति सजग रहें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान दें।