‘ट्रंप पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे, बांग्लादेश पर रखेंगे नजर’; जानें किसने कही यह बात
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक और प्रमुख पाकिस्तानी-अमेरिकी उद्योगपति साजिद तारर ने कहा है कि ट्रंप का पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से कोई व्यक्तिगत संबंध नहीं है। साजिद तारर, जो ‘मुस्लिम फॉर ट्रंप’ संगठन के प्रमुख हैं, ने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रंप पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे, लेकिन बांग्लादेश में मानवाधिकार उल्लंघनों पर अपनी नजर बनाए रखेंगे।
ट्रंप का इमरान खान से कोई व्यक्तिगत संबंध नहीं
साजिद तारर ने ‘PTI-Bhasha’ से एक इंटरव्यू में कहा, “पाकिस्तान में एक खास पार्टी द्वारा यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप का इमरान खान के साथ व्यक्तिगत संबंध है। यह बिलकुल गलत है। सच्चाई यह है कि जब ट्रंप राष्ट्रपति थे, तो उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान को ‘व्हाइट हाउस’ बुलाया था।” तारर ने कहा कि ट्रंप पाकिस्तान के आंतरिक मामलों या न्यायपालिका में हस्तक्षेप नहीं करेंगे, ताकि इमरान खान को जेल से बाहर निकाला जा सके। इमरान खान को पिछले साल भ्रष्टाचार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल भेजा गया था और तब से वह विभिन्न मामलों में जेल में हैं।
ट्रंप पाकिस्तान में आंतरिक हस्तक्षेप से बचेंगे
साजिद तारर ने यह भी बताया कि ट्रंप पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की योजना नहीं बना रहे हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ट्रंप का उद्देश्य केवल भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करना और बांग्लादेश में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों पर ध्यान रखना है। तारर ने कहा, “ट्रंप पाकिस्तान के न्यायिक या राजनीतिक मामलों में कोई हस्तक्षेप नहीं करेंगे, वह केवल विदेशी मामलों पर ध्यान देंगे।”
बांग्लादेश में मानवाधिकार उल्लंघन पर ट्रंप की प्रतिक्रिया
साजिद तारर ने यह भी उल्लेख किया कि ट्रंप बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रमों से परिचित हैं। उन्होंने बताया, “जब ट्रंप 2016 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे, तब बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद युनूस ने खुले तौर पर हिलेरी क्लिंटन का समर्थन किया था और ट्रंप के खिलाफ बयान दिए थे।” इसके बाद, हाल ही में बांग्लादेश के प्रमुख सरकारी अधिकारी मोहम्मद युनूस ने जो बाइडन और बिल क्लिंटन से मुलाकात की थी। ट्रंप ने नवंबर 5 को अमेरिकी चुनावों से कुछ दिन पहले बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे “मानवाधिकार उल्लंघनों” की निंदा की थी।
भारत के साथ संबंधों को मजबूत करेंगे ट्रंप
ट्रंप के समर्थन में बोलते हुए साजिद तारर ने यह भी कहा कि ट्रंप भारत के साथ अपने रिश्तों को और मजबूत करेंगे। तारर ने यह साफ किया कि ट्रंप का ध्यान पाकिस्तान के मामलों से हटकर केवल क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय नीति पर होगा। उनका लक्ष्य बांग्लादेश में मानवाधिकार की स्थिति को सुधारने के लिए आवाज उठाना और भारत के साथ रणनीतिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करना है।
साजिद तारर का बयान यह स्पष्ट करता है कि डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे और उनका मुख्य ध्यान बांग्लादेश में मानवाधिकार उल्लंघन पर रहेगा। इसके साथ ही, वह भारत के साथ संबंधों को भी मजबूत करेंगे, ताकि दक्षिण एशिया में अमेरिकी प्रभाव को और मजबूत किया जा सके। इस तरह, ट्रंप की नीति दक्षिण एशिया में समग्र स्थिरता को बढ़ावा देने की ओर अग्रसर है।