Subhash Pasi Arrest: सुभाष पासी ने प्रभावशाली लोगों को बनाया निशाना, यूपी मंत्री की बहन को भी ठगा

Subhash Pasi Arrest: उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक सुभाष पासी को पुलिस ने धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है। सुभाष पासी और उनकी पत्नी रीना पासी पर योगी सरकार के मंत्री नितिन अग्रवाल की बहन रुचि गोयल से फ्लैट के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप है। इस मामले में पुलिस लंबे समय से दोनों की तलाश कर रही थी। हालांकि, इस गिरफ्तारी के बावजूद उनकी पत्नी रीना अभी भी फरार है।
कई लोगों को बनाया धोखाधड़ी का शिकार
सुभाष पासी और उनकी पत्नी ने कई प्रभावशाली लोगों को अपना निशाना बनाया। वे लोगों को जाल में फंसाकर लाखों की धोखाधड़ी करते थे। बताया जा रहा है कि 2017 में लखनऊ में कारोबारी अक्षय अग्रवाल के जरिए सुभाष पासी का संपर्क कई बड़े व्यापारियों से हुआ। अक्षय ने न केवल खुद प्रॉपर्टी डील में उनके साथ लेनदेन किया, बल्कि रेलवेगंज के कारोबारी चंद्रप्रकाश गुप्ता और मंत्री नितिन गोयल की बहन रुचि गोयल को भी उनसे मिलवाया। बाद में ये सभी धोखाधड़ी के शिकार हुए।
फर्जी दस्तावेज देकर ठगा 49 लाख का चेक
10 अक्टूबर 2023 को चंद्रप्रकाश गुप्ता ने शहर कोतवाली क्षेत्र में सुभाष पासी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। उन्होंने बताया कि सुभाष ने मुंबई के आराम नगर में स्थित एक फ्लैट को 2.5 करोड़ रुपये में बेचने की पेशकश की थी। इसके बाद सुभाष ने रुचि गोयल से मुलाकात कराई। रुचि ने फ्लैट के लिए 49 लाख रुपये का चेक सुभाष और उनकी पत्नी को दिया। चेक कैश करवाने के बाद दोनों ने उन्हें फर्जी प्रॉपर्टी के कागजात सौंप दिए।
सुभाष पासी ने मुंबई के फ्लैट का नक्शा भी दिखाया और 2 करोड़ रुपये में डील तय हुई। पहली किस्त के रूप में रुचि ने उन्हें 49 लाख रुपये दिए। लेकिन जब रुचि मुंबई पहुंचीं, तो पता चला कि फ्लैट महादेव बाबा साहेब नामक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है।
राजनीति में भी रही पकड़, दो बार बने विधायक
सुभाष पासी गाजीपुर जिले के सैदपुर विधानसभा क्षेत्र से 2012 और 2017 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। हालांकि, 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। भाजपा ने उन्हें सैदपुर सीट से टिकट भी दिया, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
पुलिस की सख्ती के बाद गिरफ्तारी
धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट के मामले में पुलिस ने आखिरकार सुभाष पासी को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में उनकी पत्नी रीना पासी के खिलाफ भी केस दर्ज है, लेकिन वह अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
प्रभावशाली व्यक्तियों को फंसाने का बना रखा था जाल
सुभाष पासी और उनकी पत्नी का तरीका बेहद योजनाबद्ध था। वे प्रभावशाली व्यक्तियों को अपना शिकार बनाते थे। बड़े व्यापारियों और नेताओं को अपने जाल में फंसाकर उनसे पैसे ऐंठने का काम करते थे। इस मामले में कई और नाम सामने आ सकते हैं, जो उनकी धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई का संकेत
इस मामले ने प्रशासन और कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, सुभाष पासी की गिरफ्तारी यह संकेत देती है कि पुलिस ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट के गंभीर आरोप
सुभाष पासी और उनकी पत्नी पर धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज है। उनके खिलाफ कई शिकायतें पहले से दर्ज हैं, और प्रशासन इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है।
राजनीति और अपराध का संगम
यह घटना यह भी दर्शाती है कि राजनीति और अपराध किस हद तक जुड़े हो सकते हैं। पूर्व विधायक का नाम इस तरह के गंभीर अपराध में आना राजनीति की साख पर भी सवाल खड़ा करता है।
सुभाष पासी की गिरफ्तारी ने यूपी की राजनीति और समाज में हलचल मचा दी है। यह मामला केवल धोखाधड़ी का नहीं, बल्कि प्रभावशाली लोगों को निशाना बनाकर की गई एक बड़ी साजिश का है। अब देखना होगा कि इस मामले में प्रशासन क्या कदम उठाता है और फरार रीना पासी को कब तक गिरफ्तार किया जाता है। जनता की निगाहें इस मामले की जांच और दोषियों को सजा मिलने पर टिकी हैं।