शिवपुरी छात्रावास में छात्रों का विरोध प्रदर्शन: घटिया भोजन और गंदगी को लेकर प्रबंधन पर गंभीर आरोप

शिवपुरी। ठकुरपुरा क्षेत्र स्थित आदिमजाति कल्याण विभाग के सीनियर बॉयज हॉस्टल में व्याप्त घोर अव्यवस्थाओं के खिलाफ छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को लगभग 15 विद्यार्थियों ने कलेक्ट्रेट पहुँचकर हॉस्टल प्रबंधन के विरुद्ध औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। छात्रों ने भोजन की निम्न गुणवत्ता, परिसर में सफाई का अभाव, रात्रि में प्रकाश की अनुपलब्धता और कर्मचारियों की उदासीनता जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया।
भोजन की गुणवत्ता पर सवाल
छात्रों द्वारा प्रस्तुत आवेदन में स्पष्ट किया गया कि उन्हें सुबह के भोजन में परोसी जाने वाली दाल अत्यंत पतली और स्वादहीन होती है, जिसमें आवश्यक तेल और मसाले नदारद रहते हैं। नाश्ते में दिया जाने वाला पोहा भी बेस्वाद होता है। उन्होंने यह भी शिकायत की कि मेन्यू में अनिवार्य होने के बावजूद कई बार शाम का नाश्ता भी उपलब्ध नहीं कराया जाता, जो पोषण संबंधी मानकों का उल्लंघन है।
सफाई और सुरक्षा का संकट
शिकायतकर्ताओं ने छात्रावास में स्वच्छता की स्थिति को “दयनीय” बताया। उनके अनुसार, छतों पर जलजमाव बना रहता है और पानी की टंकियों को नियमित रूप से साफ नहीं किया जाता, जिसके कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इसके अतिरिक्त, रात के समय समुचित प्रकाश व्यवस्था न होने के कारण हॉस्टल परिसर में असुरक्षा और भय का माहौल बना रहता है।
अधीक्षक पर लापरवाही के आरोप
विद्यार्थियों ने वर्तमान अधीक्षक पर छात्रावास में न निवास करने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अधीक्षक की अनुपस्थिति के कारण हॉस्टल की व्यवस्थाओं पर किसी का ध्यान नहीं है और समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।
विभागीय जाँच शुरू: पूर्व अधीक्षक पर भड़काने का आरोप
शिकायत की सूचना मिलते ही हॉस्टल के अधीक्षक शिव दयाल वर्मा विभागीय कार्यालय पहुँचे। उन्होंने छात्रों के सभी आरोपों का खंडन करते हुए इसे पूर्व अधीक्षक राजेश लोधी द्वारा भड़काने की कार्रवाई बताया। वर्मा ने कहा कि उन्हें दो माह पहले ही हॉस्टल में पदस्थापित किया गया है, लेकिन अभी तक उन्हें औपचारिक प्रभार नहीं सौंपा गया है।
वर्मा ने दावा किया कि लोधी ने गत रविवार को हॉस्टल का दौरा किया और छात्रों को उनके विरुद्ध शिकायत करने के लिए उकसाया। वर्तमान अधीक्षक ने हॉस्टल में तत्काल बेहतर खानपान, सफाई और प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है।
छात्रों की गंभीर शिकायतों और अधीक्षक द्वारा लगाए गए ‘भड़काने’ के आरोपों के मद्देनज़र, विभाग ने अब पूरे मामले की विभागीय जाँच शुरू कर दी है, ताकि दोनों पक्षों के तथ्यों की गहनता से पड़ताल की जा सके।





