पहलगाम आतंकी हमले पर शर्मिला का BJP पर हमला सुरक्षा चूक को ठहराया जिम्मेदार

पहलगाम की बैसारण घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले को लेकर आंध्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे लापरवाही और सुरक्षा में बड़ी चूक का नतीजा बताया है। अमरावती में कैंडल मार्च के दौरान शर्मिला ने कहा कि इस हमले की आड़ में भारतीय जनता पार्टी जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी हमला बोला और कहा कि यह हमला धर्म से जोड़ने की साजिश की जा रही है।
शर्मिला का बयान और बीजेपी की तीखी प्रतिक्रिया
कैंडल मार्च के दौरान वाईएस शर्मिला ने कहा कि यह हमला किसी धर्म विशेष पर नहीं बल्कि पूरे देश पर हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी इस हमले को धार्मिक रंग देने में जुटी है जबकि सच्चाई यह है कि पीड़ितों में मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हैं। शर्मिला के इस बयान के बाद बीजेपी नेता एस यामिनी शर्मा का गुस्सा फूट पड़ा। यामिनी शर्मा ने शर्मिला के बयान को गैरजिम्मेदाराना बताया और उन्हें जुबान पर काबू रखने की सलाह दी।
పహల్గాం ఉగ్రవాదుల దాడుల్లో మరణించిన వారికి నివాళులు అర్పిస్తూ విజయవాడలో ఏపీ కాంగ్రెస్ ఆధ్వర్యంలో క్యాండిల్ ర్యాలీ నిర్వహించడం జరిగింది. ఈ దాడి మన దేశం మీద జరిగిన దాడి. ఈ దుర్ఘటనలో మరణించిన వారికి ఘన నివాళులు అర్పిస్తున్నాం. ఈ ఘటనకు భద్రతా వైఫల్యమే కారణం. బీజేపీ ఈ విషయాన్ని తప్పు… pic.twitter.com/wLRbbMveAm
— YS Sharmila (@realyssharmila) April 25, 2025
BJP ने दिया खुला चैलेंज
बीजेपी नेता एस यामिनी शर्मा ने वाईएस शर्मिला पर पलटवार करते हुए कहा कि पिछले दस सालों में बीजेपी सरकार ने आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने शर्मिला को खुली चुनौती दी कि अगर उनमें हिम्मत है तो इस मुद्दे पर बहस करें। यामिनी ने कहा कि बहस का मुद्दा यह होना चाहिए कि बीजेपी के राज में देश ज्यादा सुरक्षित रहा या कांग्रेस के समय में। उन्होंने कहा कि आरोप लगाना आसान है लेकिन सच्चाई का सामना करना कठिन होता है।
सियासी घमासान तेज होने के आसार
पहलगाम हमले को लेकर शुरू हुई बयानबाजी से साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सियासी घमासान और तेज होगा। जहां कांग्रेस सरकार की नाकामी का आरोप लगा रही है वहीं बीजेपी अपनी उपलब्धियां गिना रही है। शर्मिला के बयान से यह भी साफ झलक रहा है कि विपक्ष इस हमले को लेकर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या वाईएस शर्मिला बीजेपी की दी गई बहस की चुनौती स्वीकार करती हैं या फिर यह जंग सिर्फ बयानबाजी तक ही सीमित रह जाएगी।