Samajawadi Party: “VIPs ने महाकुंभ हादसे को जन्म दिया? अखिलेश यादव का आरोप- ‘सरकार खुद बांट रही थी कार्ड, जबकि…'”

Samajawadi Party: प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में महाकुंभ के दौरान हुए भगदड़ में राजनीति भी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने राज्य और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। अखिलेश यादव ने इस हादसे को दुखद बताते हुए कहा कि सरकार ने प्रचार बहुत किया लेकिन व्यवस्थाएं उतनी नहीं थीं।
योगी सरकार द्वारा घोषित मुआवजा राशि पर अखिलेश यादव का बयान
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार द्वारा घोषित 25 लाख रुपये के मुआवजे पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह राशि कम है और सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को मुआवजे की घोषणा करने के साथ-साथ उन लोगों की सूची भी जारी करनी चाहिए, जो इस हादसे में मारे गए और जो लापता हैं। अखिलेश का मानना है कि जब तक लापता लोगों की सूची जारी नहीं होती, तब तक शंका बनी रहेगी।
VIPs का आरोप और सरकार की जिम्मेदारी
अखिलेश यादव ने कहा कि यह कहना कि हादसा VIPs के कारण हुआ, दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार खुद कार्ड वितरित कर रही थी, जबकि आमतौर पर कार्ड नहीं दिए जाते। जिन लोगों की मौत हुई, वे किसी सरकारी कार्ड के कारण नहीं आए थे, बल्कि वे धार्मिक भावना से यहां आए थे। यह सरकार की जिम्मेदारी है, और बीजेपी इस जिम्मेदारी से इनकार नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा कि यह हादसा न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि दिल्ली सरकार की भी जिम्मेदारी है। अखिलेश ने यह भी स्पष्ट किया कि वे पीड़ितों से मिलने नहीं जाएंगे क्योंकि बीजेपी उन्हें राजनीति करने का आरोप लगाएगी। इसके बजाय, उन्होंने भारतीय सरकार से यह सवाल किया कि उन्होंने इस हादसे में कितनी मदद की है। साथ ही, उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति का भाषण इस हादसे में मारे गए श्रद्धालुओं के प्रति संवेदना व्यक्त करेगा।
अखिलेश यादव का सोशल मीडिया पर बयान
इसके अलावा, अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया साइट X पर भी पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि इस हादसे में अपने प्रियजनों को खो चुके लोग यह डर रहे हैं कि कहीं उनके परिवार के सदस्य हमेशा के लिए खो न जाएं। इसका एक आसान समाधान यह हो सकता है कि सरकार उन लोगों की सूची जारी करे, जो इस हादसे में मारे गए हैं। अगर मृतकों की पहचान नहीं हो पा रही है, तो उनके कपड़े, तस्वीरें आदि का इस्तेमाल पहचान के लिए किया जाए। यह प्रयास शंका को समाप्त करेगा और श्रद्धालुओं को उम्मीद होगी कि उनके प्रियजन जरूर मिलेंगे, अगर आज नहीं तो कल।
अखिलेश यादव का केंद्र सरकार से सवाल
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि केंद्र सरकार को यह भी बताना चाहिए कि इस हादसे के बाद उसने कितना सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि यूपी और दिल्ली दोनों सरकारों को इस हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, और वे इस पर कोई राजनीति नहीं कर रहे हैं, बल्कि पीड़ितों के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।
केंद्र और राज्य सरकारों की निष्क्रियता पर अखिलेश का आरोप
अखिलेश यादव ने केंद्र और राज्य सरकारों की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाया। उनका कहना था कि अगर प्रशासन सही तरीके से व्यवस्था करता, तो यह हादसा नहीं होता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए थे, लेकिन उनकी सुरक्षा और समुचित व्यवस्था के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
आखिरकार क्या चाहिए सरकार से?
अखिलेश यादव ने सरकार से यह मांग की कि इस हादसे के बाद जो लोग मारे गए हैं, उनकी पहचान की प्रक्रिया को तेज किया जाए और सभी लापता श्रद्धालुओं की सूची सार्वजनिक की जाए। साथ ही, सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस प्रकार की घटना भविष्य में दोबारा न हो। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को VIPs और आम श्रद्धालुओं के बीच भेदभाव बंद करना चाहिए और सभी को समान सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।
महाकुंभ के दौरान हुए इस दर्दनाक हादसे ने न केवल यूपी बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया है। इस घटना पर राजनीति तेज हो गई है, और सभी दलों ने सरकार से जवाब मांगा है। अखिलेश यादव ने राज्य और केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और सरकार से मुआवजे की राशि बढ़ाने, पीड़ितों की सूची जारी करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है। अब देखना यह है कि सरकार इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करती है और क्या इस घटना से संबंधित सवालों के जवाब मिलते हैं या नहीं।