Kangana Ranaut के बयान पर राकेश टिकैत की तीखी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा!
Kangana Ranaut, भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद और प्रसिद्ध अभिनेत्री, हाल ही में किसानों के लिए विवादास्पद कृषि कानूनों के बारे में एक बयान दिया है। इस बयान पर भारतीय किसान यूनियन के नेता Rakesh Tikait ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। टिकैत ने कंगना के बयान को न केवल बचकाना बताया, बल्कि यह भी कहा कि इससे BJP को नुकसान होगा। इस लेख में हम इस मामले के सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे, जिसमें कंगना का बयान, टिकैत की प्रतिक्रिया और राजनीतिक विश्लेषकों के विचार शामिल हैं।
Kangana Ranaut का बयान
कंगना ने हाल ही में कहा था कि उन कृषि कानूनों को फिर से लागू किया जाना चाहिए जिन्हें 2021 में किसानों के विरोध के बाद वापस ले लिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि यह मुद्दा किसानों के हित में है और किसानों को स्वयं इसकी मांग करनी चाहिए, ताकि उनके विकास में कोई बाधा न आए। कंगना का यह बयान मीडिया में सुर्खियां बन गया और कई राजनीतिक पार्टियों की प्रतिक्रियाओं को आमंत्रित किया।
Rakesh Tikait की प्रतिक्रिया
Rakesh Tikait ने कंगना के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह बयान न केवल व्यक्तिगत है, बल्कि इससे BJP की छवि को भी नुकसान होगा। उन्होंने कहा, “कंगना बहुत बचकानी हैं और उनके इस तरह के बयान से किसी को भी फायदा नहीं होगा।” टिकैत ने यह भी कहा कि कंगना के विचार व्यक्तिगत हैं और BJP का आधिकारिक रुख नहीं दर्शाते।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
इस मामले पर राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर सौरभ मालवीया ने कहा कि कंगना का यह बयान पूरी तरह से व्यक्तिगत है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार ने बहुमत के बावजूद कृषि बिल को वापस लेने का निर्णय लिया था, जो कि एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम था। मालवीया ने इस बात पर जोर दिया कि कंगना का बयान BJP की स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस पार्टी ने कंगना के बयान पर तुरंत प्रतिक्रिया दी है। पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह बयान दर्शाता है कि BJP तीनों कृषि कानूनों को वापस लाने का प्रयास कर रही है, जो कि किसानों के लिए खतरनाक है। उन्होंने कंगना के वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा कि 750 से अधिक किसान इन कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए शहीद हुए हैं, और अब BJP को इसके लिए जवाब देना होगा।
सोशल मीडिया पर चर्चा
कंगना के बयान के बाद से सोशल मीडिया पर एक बार फिर से कृषि कानूनों का मुद्दा गरमा गया है। ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों ने अपने विचार साझा किए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह विषय अभी भी लोगों के बीच बहुत संवेदनशील है। कुछ लोग कंगना के समर्थन में हैं, जबकि अन्य उनके खिलाफ अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।