ग्वालियर में पंजाब के शूटरों ने की थी हत्या, कनाडाई गैंगस्टर अर्शदीप डल्ला से जुड़ा मामला
ग्वालियर के डबरा में हुए जसवंत सिंह गिल हत्या मामले की गुत्थी सुलझा ली गई है। ग्वालियर पुलिस के इनपुट पर पंजाब पुलिस ने खरड़ से दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर अर्शदीप डल्ला के इशारे पर जसवंत सिंह गिल की हत्या की गई थी। पकड़े गए दोनों शूटर अर्शदीप डल्ला के लिए काम करते थे और उनका काम टारगेट किलिंग करना था।
यह गिरफ्तारी ग्वालियर और फरीदकोट पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में हुई। आरोपियों से अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किए गए हैं।
हत्या की पृष्ठभूमि और जांच का प्रारंभिक खुलासा
ग्वालियर के एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि 7 नवंबर को डबरा में एक अपराधी, जिसे उम्रकैद की सजा दी गई थी, की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक के परिवार ने दो लोगों पर शक जताया था। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि हत्या का संबंध 2016 की एक घटना से है, जिसमें जसवंत सिंह गिल को 2018 में अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। पुलिस ने बताया कि जसवंत सिंह गिल 15 दिनों की पैरोल पर जेल से बाहर आया था, जब उसकी हत्या कर दी गई।
डबरा हत्या कांड का कनाडाई कनेक्शन
पुलिस को संदेह था कि जसवंत सिंह की हत्या बदले की भावना से की गई थी। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि हत्या को बाहरी शूटरों ने अंजाम दिया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने होटल, लॉज, गेस्ट हाउस, और सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू की। होटल की जांच में यह पता चला कि दोनों शूटर यहां ठहरे थे। पंजाब पुलिस को वीडियो फुटेज मुहैया कराया गया, जिसके बाद मामले में तेजी आई। ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब में एक जांच टीम भेजी गई थी।
गैंगस्टर अर्शदीप डल्ला के दो शूटर गिरफ्तार
ग्वालियर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) और पंजाब पुलिस के PG2F ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए दोनों शूटरों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार शूटरों की पहचान अनमोल प्रीत सिंह और नवजोत प्रीत सिंह के रूप में की गई है। गिरफ्तारी के बाद ग्वालियर पुलिस आरोपियों को पंजाब से ग्वालियर लाने की तैयारी कर रही है। पंजाब पुलिस के सूत्रों के अनुसार, पिछले साल फरीदकोट में चार गैंगस्टरों ने सिख कार्यकर्ता गुरप्रीत सिंह हरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
जांच में हुआ खुलासा: कनाडाई गैंग के कहने पर की थी हत्याएं
जांच के दौरान यह सामने आया कि गिरफ्तार किए गए दोनों शूटर अनमोल प्रीत सिंह और नवजोत सिंह ने कनाडाई गैंग के कहने पर दोनों हत्याओं को अंजाम दिया था। जनवरी 2023 में गृह मंत्रालय ने अर्शदीप डल्ला को आतंकवादी सूची में डाला था। पुलिस को उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान कई टारगेट किलिंग के मामलों का खुलासा हो सकता है।
अर्शदीप डल्ला का गैंग और टारगेट किलिंग में उसकी भूमिका
अर्शदीप डल्ला का नाम पिछले कुछ वर्षों में टारगेट किलिंग के मामलों में बार-बार सामने आया है। कनाडा में रहकर अर्शदीप डल्ला भारत में अपने गैंग के सदस्यों के माध्यम से कई अपराध करवाता है। उसका मुख्य उद्देश्य टारगेट किलिंग के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन करना और अपने दुश्मनों को खत्म करना है। डल्ला का गैंग अपने दुश्मनों के खिलाफ इस तरह की हिंसक वारदातों को अंजाम देता है ताकि लोगों के बीच उसका खौफ बना रहे।
मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच जारी
पुलिस का मानना है कि यह हत्या अकेली वारदात नहीं है। ऐसे और भी कई मामले हो सकते हैं जिनमें अर्शदीप डल्ला और उसके गैंग का हाथ हो सकता है। इस हत्याकांड के बाद पुलिस और भी कड़ियों को जोड़ने में जुटी हुई है ताकि अन्य मामलों में भी डल्ला गैंग की भूमिका का पता लगाया जा सके। पंजाब पुलिस और ग्वालियर पुलिस दोनों मिलकर अन्य वारदातों पर भी ध्यान दे रही हैं और संभावना है कि आगामी दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
डबरा में जसवंत सिंह गिल की हत्या के मामले में दो शूटरों की गिरफ्तारी के बाद एक अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का पता चला है, जिसमें कनाडा में बसे गैंगस्टर अर्शदीप डल्ला का हाथ है। यह मामला भारत में टारगेट किलिंग की बढ़ती घटनाओं और उनकी अंतरराष्ट्रीय कड़ियों पर ध्यान केंद्रित करता है। पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से न केवल अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है, बल्कि इस प्रकार की घटनाओं पर लगाम लगाने का प्रयास भी किया गया है। उम्मीद है कि इन गिरफ्तारियों से ग्वालियर में अपराध की घटनाओं पर रोक लगेगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।