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महादेव बैटिंग ऐप के मास्टरमाइंड Saurabh Chandrakar को एक हफ्ते में भारत लाने की तैयारी

महादेव बैटिंग ऐप के मास्टरमाइंड Saurabh Chandrakar को भारत लाने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। सौरभ चंद्राकर, जिन्हें दिसंबर 2023 में यूएई में गिरफ्तार किया गया था, अब भारतीय कानून के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं। यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर की गई है, और इसके लिए भारत और यूएई की विदेश मंत्रालयों के बीच एक समझौता भी हुआ है। सौरभ चंद्राकर पर लगभग 5000 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी का आरोप है।

सौरभ चंद्राकर का गिरफ्तारी का विवरण

सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी की कहानी यूएई में शुरू होती है, जब उन्हें रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद पुलिस ने हिरासत में लिया। तब से, वह वहां की पुलिस कस्टडी में हैं। यह गिरफ्तारी ईडी की कार्रवाई का परिणाम है, जो कि महादेव बैटिंग ऐप से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है। इस ऐप के माध्यम से कथित तौर पर लाखों लोगों को धोखा दिया गया है, और इससे प्राप्त धन का उपयोग विभिन्न अवैध गतिविधियों में किया गया है।

बॉलीवुड के सितारों की जांच

इस मामले में दिलचस्प मोड़ तब आता है जब यह खुलासा होता है कि कई प्रमुख बॉलीवुड सितारे, जैसे रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर, को भी इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ईडी ने इन सितारों को उस पैसे के स्रोत के बारे में जानकारी देने के लिए कहा है, जो उन्होंने महादेव बैटिंग ऐप का प्रचार करने के लिए प्राप्त किया था। ये सितारे अपनी फिल्मों में लोकप्रियता के लिए जाने जाते हैं, और उनका नाम इस तरह की जांच में शामिल होना मीडिया की सुर्खियां बन गया है।

इसके अलावा, कपिल शर्मा, हुमा कुरैशी, और हिना खान जैसे अन्य सितारों को भी दुबई में एक शादी में प्रदर्शन करने के बाद पूछताछ के लिए बुलाया गया था। यह बात सामने आई है कि इन सितारों को हवालात के जरिए पैसे दिए गए थे। ईडी के अनुसार, 17 बॉलीवुड सितारों को एक चार्टर्ड प्लेन द्वारा दुबई लाया गया था और उन्हें करोड़ों रुपये की राशि का भुगतान किया गया था।

महादेव बैटिंग ऐप के मास्टरमाइंड Saurabh Chandrakar को एक हफ्ते में भारत लाने की तैयारी

ईडी की रिपोर्ट और कार्रवाई

ईडी ने इस मामले में कई महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। जांच के दौरान, यह पाया गया कि इन सितारों को किए गए भुगतान में बड़े पैमाने पर हवालात का इस्तेमाल हुआ था। यह खुलासा बताता है कि किस तरह से महादेव बैटिंग ऐप के पीछे एक विस्तृत नेटवर्क काम कर रहा था, जो न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी धोखाधड़ी में संलग्न था।

ईडी ने यह भी बताया कि इस ऐप ने युवाओं को भड़काने और अवैध गतिविधियों में शामिल करने के लिए विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों और सुरक्षित ऐप्स का उपयोग किया। इसके माध्यम से, यह संगठन युवा लोगों को इस बात के लिए प्रेरित कर रहा था कि वे इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल हों और इसके लिए धन जुटाने के प्रयास कर रहे थे।

सरकार की प्रतिक्रिया और अगले कदम

केंद्र सरकार ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है और इसके लिए विभिन्न उपायों की योजना बनाई है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस प्रकार की धोखाधड़ी को रोकने के लिए सख्त कानून बनाएं जाएं, सरकार ने एक उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की है। इसके अलावा, महादेव बैटिंग ऐप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को तेज किया जाएगा और इससे जुड़े सभी लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

सौरभ चंद्राकर की भारत वापसी के बाद यह देखा जाएगा कि उनके खिलाफ क्या आरोप लगाए जाते हैं और इस मामले में अन्य लोगों को भी शामिल किया जाएगा या नहीं। यह मामला न केवल एक ऐप के माध्यम से हुई धोखाधड़ी का है, बल्कि यह इस बात का भी प्रतीक है कि कैसे तकनीक का दुरुपयोग किया जा रहा है और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

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