Prayagraj Maha Kumbh: उत्तर प्रदेश के नए पंच तीर्थों की घोषणा, सीएम योगी ने विपक्ष को दिया करारा जवाब

Prayagraj Maha Kumbh। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में महाकुंभ आयोजन को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ ने प्रदेश में पांच नए तीर्थों – प्रयागराज, अयोध्या, काशी, मथुरा और गोरखपुर को जोड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि भारत की सनातन परंपरा, आस्था और संस्कृति का वैश्विक स्तर पर सम्मान बढ़ाने वाला महोत्सव है।
महाकुंभ से प्रदेश को नई दिशा
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब एक नए युग की ओर बढ़ रहा है। जब पूरा विश्व प्रयागराज महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता को देख रहा है, तब विपक्ष केवल आलोचना में व्यस्त है। उन्होंने कहा, “यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है, जिसने वैश्विक स्तर पर देश की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।”
मुख्यमंत्री ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि अब तक 64 करोड़ श्रद्धालु इस दिव्य आयोजन में शामिल हो चुके हैं, जो विश्व के किसी भी धार्मिक आयोजन में भाग लेने वाले लोगों की संख्या से कहीं अधिक है। उन्होंने इसे प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन के लिए मील का पत्थर बताया।
राम मंदिर और महाकुंभ पर विपक्ष का रवैया
सीएम योगी ने कहा कि समाज में महान कार्यों के प्रति नजरिया तीन चरणों से गुजरता है – उपहास, विरोध और अंततः स्वीकृति। उन्होंने कहा, “राम मंदिर निर्माण और महाकुंभ आयोजन को लेकर भी विपक्ष का रवैया यही रहा। पहले तंज कसा, फिर विरोध किया और अंततः आस्था के प्रति समर्पित हो गए।”
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का जिक्र करते हुए कहा कि वे स्वयं संगम में स्नान कर लौटे, और नेता प्रतिपक्ष पहले खुद को सनातनी बताते थे, फिर समाजवादी कहने लगे। यह इस आयोजन की व्यापक स्वीकृति का प्रमाण है।
महाकुंभ ने तोड़े विश्व रिकॉर्ड
सीएम योगी ने महाकुंभ की तुलना दुनिया के अन्य धार्मिक आयोजनों से की। उन्होंने कहा, “हज के दौरान मक्का में 1.4 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे, वेटिकन सिटी में पूरे वर्ष 80 लाख लोग जाते हैं, जबकि अयोध्या धाम में केवल 52 दिनों में 16 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे। इसी तरह, काशी, मथुरा-वृंदावन और अन्य तीर्थ स्थलों पर भी करोड़ों श्रद्धालु पहुंचे, जो यह साबित करता है कि भारत की सनातन परंपरा केवल धार्मिक मान्यता तक सीमित नहीं, बल्कि विश्व संस्कृति की आधारशिला है।”
उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग हमेशा महाकुंभ को बदनाम करने की कोशिश करते हैं, लेकिन इस आयोजन ने हर नकारात्मक दुष्प्रचार को ध्वस्त कर दिया है।
गंगा जल की शुद्धता पर उठे सवालों का जवाब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन लोगों को भी करारा जवाब दिया जिन्होंने गंगा जल की शुद्धता पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गंगा की स्वच्छता और निर्मलता बनाए रखने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं, जिससे संगम में आस्था की डुबकी लगाने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को स्वच्छ जल उपलब्ध हो रहा है।
विपक्ष द्वारा झूठा प्रचार और साजिश
सीएम योगी ने विपक्ष पर महाकुंभ को बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाई गईं, जिनमें कहा गया कि गोरखपुर-बस्ती मंडल के 35 लोग लापता हो गए। लेकिन सच्चाई यह थी कि सभी श्रद्धालु सुरक्षित अपने घर लौट गए।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रयागराज मेडिकल कॉलेज पूरे जिले के लिए कार्य करता है और महाकुंभ क्षेत्र एक अस्थायी जिला बन जाता है। उन्होंने कहा, “किसी भी दुर्घटना या मृत्यु की सूचना मेडिकल कॉलेज में दर्ज की जाती है, लेकिन कुछ लोगों ने इस तथ्य को तोड़-मरोड़ कर हजारों मौतों की अफवाह फैला दी। जबकि डिजिटल कुंभ प्रणाली ने 28,000 से अधिक बिछड़े लोगों को उनके परिवारों से मिलाने का कार्य किया।”
प्रदेश की संस्कृति और पर्यटन को नई ऊंचाईयां
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन से उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से न केवल धार्मिक आस्था को बल मिला है, बल्कि प्रदेश में पर्यटन और आर्थिक विकास के नए द्वार भी खुले हैं।
उन्होंने बताया कि प्रयागराज, अयोध्या, काशी, मथुरा और गोरखपुर को पंच तीर्थ के रूप में विकसित करने से इन धार्मिक स्थलों को विश्व पटल पर नई पहचान मिली है।
विपक्ष के लिए बड़ी चुनौती
सीएम योगी ने कहा कि जब प्रदेश में धार्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण हो रहा है, तब विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल झूठे आरोप लगाकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन जनता सच्चाई जानती है और सरकार की नीतियों पर भरोसा कर रही है।
महाकुंभ ने दुनिया को दिखाया भारत की आस्था का सामर्थ्य
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि प्रयागराज महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन बन चुका है, जिसने भारतीय संस्कृति, परंपरा और आस्था की शक्ति को विश्व के सामने प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश न केवल एक धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में उभर रहा है, बल्कि एक नए युग की ओर बढ़ रहा है, जहां सनातन परंपरा और आधुनिक विकास का समन्वय देखने को मिलेगा।
प्रयागराज महाकुंभ के सफल आयोजन ने उत्तर प्रदेश को नई पहचान दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के हर आरोप का करारा जवाब देते हुए प्रदेश की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने बताया कि कैसे यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान न होकर भारत की सनातन संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है।
महाकुंभ न केवल विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन साबित हुआ, बल्कि इसने भारत की सांस्कृतिक शक्ति और आस्था की मजबूती को भी उजागर किया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश अब नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है, जहां धार्मिक पर्यटन, सांस्कृतिक पुनर्जागरण और आर्थिक विकास की नई संभावनाएं हैं।