Chhattisgarh में मौसम में बदलाव की संभावना, रात में ठंड की वापसी, दिन का तापमान में कोई खास बदलाव नहीं
Chhattisgarh में एक बार फिर मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। इस बदलाव के कारण राज्य में न्यूनतम तापमान में गिरावट हो सकती है, जिससे रात के समय ठंड की वापसी हो सकती है। वहीं, दिन के तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा। मंगलवार को राज्य में मौसम साफ रहेगा और रात के समय गर्मी की अपेक्षा ठंड में कमी महसूस की जा सकती है। हालांकि, दिन और रात के तापमान में इस दौरान कोई महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद नहीं है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में राज्य में न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट की संभावना है। इसके बाद न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, राज्य में अधिकतम तापमान में कोई विशेष बदलाव की संभावना नहीं है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर से आने वाली हवाओं का असर लगभग समाप्त हो चुका है, जिसके कारण ठंड में कमी आई है। साथ ही, दिन और रात के तापमान में भी सामान्य से अधिक वृद्धि हुई है, विशेष रूप से सुरगुजा क्षेत्र के जिलों में।
ठंड की वापसी और दिन-रात के तापमान में वृद्धि
राज्य के अधिकांश जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक हैं। इसके कारण ठंड का असर पूरी तरह से समाप्त हो चुका है और रात के समय भी गर्मी महसूस की जा रही है। हालांकि, अब न्यूनतम तापमान में गिरावट के साथ रात में ठंड की वापसी हो सकती है और रात का तापमान थोड़ा ठंडा महसूस हो सकता है। वहीं, दिन के तापमान में गिरावट से दिन में भी गर्मी से राहत मिल सकती है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बदलाव से मौसम में सुधार होगा, लेकिन कोई बड़ा बदलाव होने की उम्मीद नहीं है।
सोमवार का तापमान रिकॉर्ड
सोमवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में देशभर में सबसे ज्यादा तापमान रिकॉर्ड किया गया। यहां अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस था। इसके अलावा, राज्य के अन्य हिस्सों में भी तापमान में वृद्धि देखने को मिली। बस्तर और अन्य निचले इलाकों में तापमान अपेक्षाकृत अधिक रहा।
दंतेवाड़ा में तापमान सबसे अधिक था, जबकि बलरामपुर में न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रायपुर का अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री था और न्यूनतम तापमान 19.7 डिग्री था। अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 29.7 डिग्री था, जबकि न्यूनतम तापमान 12.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। कोरिया में अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 30.9 डिग्री था। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री दर्ज किया गया।
शीतलहर का अंत
राज्य में लंबे समय से चल रही ठंड और शीतलहर अब समाप्त हो चुकी है। उत्तर से आने वाली हवाओं का असर कम हो गया है, जिसके कारण ठंड में कमी आई है और दिन व रात के तापमान में वृद्धि हुई है। लेकिन जैसे-जैसे न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी, रात के समय ठंड में हल्की वापसी हो सकती है। इस समय में दिन और रात का तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक है, जिसके कारण लोग गर्मी महसूस कर रहे हैं, खासकर रात के समय।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे ही न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी, रात के समय ठंड की वापसी होगी और साथ ही, दिन के समय भी थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि, इस दौरान कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
छत्तीसगढ़ में मौसम का बदलता मिजाज
मौसम के बदलाव से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में प्रभाव पड़ेगा। जो जिले पहले ठंडे थे, अब वहां तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है और ठंड का असर खत्म हो सकता है। वहीं, जिन जिलों में पहले अधिक गर्मी महसूस हो रही थी, वहां तापमान में थोड़ी राहत मिल सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, राज्य के कुछ हिस्सों में आगामी दिनों में हल्की बारिश की संभावना हो सकती है, जो कि वातावरण को ठंडा कर सकती है। इसके साथ ही, हल्की आंधी-तूफान का भी सामना करना पड़ सकता है, जिससे मौसम में थोड़ी राहत मिल सकती है।
कृषि पर प्रभाव
मौसम में इस बदलाव का प्रभाव राज्य की कृषि पर भी पड़ सकता है। जहां पहले ठंड के कारण फसलें सही तरीके से विकसित हो रही थीं, अब बढ़ते तापमान के कारण किसानों को अपनी फसलों का ध्यान अधिक रखना पड़ेगा। उच्च तापमान से फसलें जल्दी सूख सकती हैं और पानी की जरूरत भी बढ़ सकती है। किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वे अपने खेतों में पर्याप्त पानी का प्रबंध करें और फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करें।
आखिरकार, छत्तीसगढ़ में मौसम में हल्का बदलाव देखा जा रहा है। न्यूनतम तापमान में गिरावट से रात में ठंड की वापसी हो सकती है, वहीं दिन के तापमान में हल्की राहत मिल सकती है। हालांकि, इस बदलाव के बावजूद मौसम में कोई बड़ा परिवर्तन होने की उम्मीद नहीं है। इसलिए, राज्य के नागरिकों को मौसम का ध्यान रखते हुए अपनी दिनचर्या में आवश्यक बदलाव करना चाहिए और किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।