अपराध

AI से बना अश्लील वीडियो, मुख्यमंत्री मोहन माजी को किया टारगेट, किशोर कौशल्या गिरफ्तार

ओडिशा में राजनीति और सोशल मीडिया की दुनिया उस समय हिल गई जब मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी का एक अश्लील और मॉर्फ किया गया वीडियो फेसबुक पर वायरल हुआ। इस वीडियो को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI तकनीक की मदद से बनाया गया था ताकि यह असली लगे और लोगों को गुमराह कर सके। इस मामले में बुधवार को क्राइम ब्रांच ने रायगड़ा जिले से किशोर कौशल्या नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि यह वीडियो मुख्यमंत्री की छवि को खराब करने के इरादे से बनाया गया था और यह महिलाओं की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने वाला है।

क्राइम ब्रांच की साइबर क्राइम यूनिट को जैसे ही शिकायत मिली वैसे ही जांच तेज़ कर दी गई। सबसे पहले मेटा कंपनी से संपर्क किया गया और वीडियो को हटाने की मांग की गई। कंपनी ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी और वीडियो को हटा दिया गया। शुरुआती जांच में पता चला कि वीडियो बनाने वाला किशोर कौशल्या टिकरी इलाके में एक प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करता है। वह चंदली थाना क्षेत्र के केउटागुड़ा स्टेशन साही का रहने वाला है। उसके सोशल मीडिया अकाउंट और डिवाइस को जब्त कर जांच की जा रही है।

AI से बना अश्लील वीडियो, मुख्यमंत्री मोहन माजी को किया टारगेट, किशोर कौशल्या गिरफ्तार

AI से बनाया गया वीडियो, अब गंभीर धाराओं में केस

जांच में यह सामने आया कि किशोर ने जानबूझकर मुख्यमंत्री के खिलाफ यह वीडियो तैयार किया था। वीडियो में मुख्यमंत्री की छवि से छेड़छाड़ की गई थी और इसे इस तरह एडिट किया गया था कि वह असली लगे। यह पूरी तरह से एक सोची-समझी साजिश थी। इस पर किशोर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS), आईटी एक्ट 2000 और महिलाओं के अशोभनीय चित्रण (निषेध) अधिनियम 1986 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को आज भुवनेश्वर के एसडीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

क्राइम ब्रांच ने दी कड़ी चेतावनी, सोशल मीडिया यूजर्स रहें सतर्क

ओडिशा क्राइम ब्रांच ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए जनता को सख्त चेतावनी दी है। अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया और AI तकनीक का इस तरह गलत इस्तेमाल करने वालों को बिल्कुल नहीं बख्शा जाएगा। आम लोगों से अपील की गई है कि वे ऐसे किसी भी वीडियो को न देखें और न ही शेयर करें क्योंकि यह कानूनन अपराध है। साथ ही सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट करने से पहले उसकी सच्चाई और उसके प्रभाव के बारे में जरूर सोचें।

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