मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के शहडोल में अपराधी की तलाश में गई पुलिस टीम पर हमला, 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक संदिग्ध अपराधी की तलाश में गई पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। इस हमले में पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आईं। घटना गुरुवार (21 मार्च) रात को बुधार थाना क्षेत्र में हुई। शनिवार (22 मार्च) को पुलिस अधीक्षक (SP) रामजी श्रीवास्तव ने इस मामले की जानकारी दी।

SP रामजी श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की एक पुलिस टीम बुधार थाना क्षेत्र के इरानी बड़ा इलाके में अपराधी फिरोज अली की गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी। जब पुलिस टीम फिरोज अली को गिरफ्तार कर ले जा रही थी, तभी वहां मौजूद महिलाओं और पुरुषों की भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया और फिरोज को छुड़ाने की कोशिश की।

 पुलिसकर्मियों को आई मामूली चोटें, आरोपी को पकड़ा गया

SP ने जानकारी दी कि इस हमले में कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं। हालांकि, पुलिस टीम ने साहस दिखाते हुए फिरोज अली को गिरफ्तार कर लिया और उसे सुरक्षित पुलिस स्टेशन ले आई। घटना के बाद पुलिस ने हमला करने वाले 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इनमें सात महिलाएं भी शामिल हैं।

पुलिस का कहना है कि हमले के बावजूद वे आरोपी को हिरासत में लेने में सफल रहे। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है और हमलावरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

मध्य प्रदेश के शहडोल में अपराधी की तलाश में गई पुलिस टीम पर हमला, 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

 हमलावरों पर कई धाराओं में केस दर्ज

बुधार थाना प्रभारी संजय जयसवाल ने बताया कि इस मामले में पुलिसकर्मी बलभद्र सिंह की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इसमें धारा 132 (लोक सेवक पर बल प्रयोग), धारा 221 (अश्लील कृत्य) और धारा 115(2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने का प्रयास) जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।

पुलिस के अनुसार, इस मामले में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आरोपी महिलाओं और पुरुषों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

 पुलिस टीम पर हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं

यह पहली बार नहीं है जब पुलिस टीम पर हमला हुआ हो। हाल ही में 15 मार्च को मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के गदरा गांव में एक पुलिस टीम पर आदिवासियों ने हमला कर दिया था। इस घटना में पुलिस टीम एक व्यक्ति, सनी द्विवेदी को बचाने पहुंची थी, जिसे आदिवासियों ने कथित रूप से अगवा कर हत्या कर दी थी। इस हमले में सहायक उपनिरीक्षक (ASI) रामचरण गौतम की मौत हो गई थी।

इसके अलावा, मार्च महीने की शुरुआत में इंदौर में वकीलों के प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस अधिकारी के साथ बदसलूकी की गई थी। ये घटनाएं पुलिस टीमों पर बढ़ते हमलों को दर्शाती हैं, जो कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बनती जा रही हैं।

मध्य प्रदेश पुलिस ने इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि ऐसे हमलों को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे।

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