मध्य प्रदेश के कई शहरों में पतंग बाजार पर पुलिस की छापेमारी, जानिए कारण
मध्य प्रदेश के कई शहरों में पुलिस ने पतंग बाजार पर छापेमारी की है। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि शहर में पतंग बाजार पर छापेमारी की जा रही है। अधिकारियों द्वारा लोगों को घोषणाओं के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। शहर के एसपी ओम प्रकाश मिश्रा ने टॉप खाना, महाकाल वैली, मदर गेट जैसे क्षेत्रों में पतंग की घोषणाओं के जरिए लोगों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी हालत में चीनी धागा न खरीदें और न बेचें। महाकाल थाने की पुलिस ने भी इलाके के दुकानों में छापेमारी कर चीनी धागे की तलाश की।
इंदौर और देवास में चीनी धागे पर प्रतिबंध
इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि चीनी धागे की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध का आदेश जारी किया गया है। इंदौर में जिला प्रशासन और पुलिस विभाग इस पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। जैसे ही चीनी धागे के बिक्री की जानकारी मिलती है, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन पहले ही लोगों से अपील कर चुका है कि वे चीनी धागे का उपयोग न करें। इसी प्रकार, देवास के एचपी पुणीत गेहलोत ने भी बताया कि पूरे जिले में चीनी धागे पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
पुलिस क्यों है सक्रिय चीनी धागे के खिलाफ?
मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में खासतौर पर मकर संक्रांति के दौरान पतंगबाजी का बहुत चलन है। भोपाल में भी पतंगबाजी की शुरुआत होती है। इसी कारण से जिला प्रशासन ने पुलिस विभाग से यह आदेश जारी किया है कि चीनी धागे का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाए। दरअसल, हर साल चीनी धागे के कारण कई लोगों की जान चली जाती है।
चीनी धागा क्या है और क्यों बन रहा है खतरनाक?
चीनी धागा नायलॉन का धागा होता है, जो सामान्य धागों के मुकाबले बहुत मजबूत और टिकाऊ होता है। इस धागे की खास बात यह है कि यह टूटता नहीं है, जो कि पतंगबाजी के दौरान बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। इस धागे की वजह से हर साल कई दुर्घटनाएं होती हैं। कई बार यह धागा बिजली की तारों से भी टकरा जाता है, जिससे आग लगने या करंट लगने की घटनाएं घटित होती हैं।
चेहरा बदलने वाला खतरा
चीनी धागे की वजह से न केवल दुर्घटनाएं होती हैं, बल्कि यह सड़क पर चलने वाले लोगों के लिए भी खतरा बन जाता है। जब लोग इसे उड़ाते हैं, तो यह धागा हवा में फैलता रहता है, जो बाइकों और मोटरसाइकिलों के रास्ते में आ जाता है। इस धागे की तेज धार के कारण कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं या अपनी जान भी गंवा चुके हैं।
लोगों की मौतों का कारण
चीनी धागे की वजह से कुछ लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। यह धागा इतने मजबूत होते हैं कि इससे गले में घाव हो सकते हैं और अगर यह धागा बिजली की तारों से टकरा जाए तो करंट लगने का भी खतरा रहता है। पिछले कुछ वर्षों में चीनी धागे के कारण कई मौतों की खबरें आई हैं, जिससे प्रशासन और पुलिस विभाग को इसे लेकर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हुई है।
पुलिस की कार्रवाई से बढ़ी सुरक्षा
पुलिस विभाग और जिला प्रशासन की सक्रियता से यह उम्मीद की जा रही है कि इस साल चीनी धागे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी। प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों के कारण अब लोग चीनी धागे से दूर रहने लगे हैं। पुलिस की छापेमारी और चेतावनी ने इसे लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने का काम किया है।
चीनी धागे पर पूरी तरह से प्रतिबंध और पुलिस की सक्रियता से यह साबित होता है कि प्रशासन लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। हालांकि, यह जरूरी है कि लोगों को इस खतरनाक चीनी धागे के प्रभावों के बारे में पूरी जानकारी दी जाए, ताकि आगामी पतंगबाजी के मौसम में कोई बड़ी दुर्घटना न हो। प्रशासन की यह कोशिश है कि मकर संक्रांति के दौरान पतंगबाजी का आनंद लिया जाए, लेकिन किसी भी कीमत पर सुरक्षा से समझौता न किया जाए।