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Rewa bypass: बाईपास में वसूली का काम करती है पुलिस लाइन की वर्दी, ट्रक चालकों से रोज का बनाते हैं मैनेजमेंट

आम लोगों को निशुल्क सेवा देने वाली पुलिस की वर्दी का निजी शुल्क लेने कारनामा उजागर

Dainikmediaauditor.पुलिस की वर्दी का खौफ तो आमतौर पर हमेशा ही लोगों के जेहन में बना रहता है। मगर इस खौफ को जनता के हित में अपराधियों के खिलाफ बरकरार रखा जाए तो कोई काम बने परंतु Rewa में वर्दी के खौफ का इस्तेमाल अपराधियों और अपराध पर अंकुश लगाने की बजाय  जनता को लूटने के लिए किया जा रहा है जिससे डरे हुए लोग पुलिस की वर्दी के नाम पर अवैध रूप से पैसे की भरपाई करते हैं। और सरकारी सेवक अवैध कमाई की मलाई लेने में मिली अपनी कामयाबी का गुणगान करते रहते हैं।

अवैध कमाई से जुड़ा हुआ ताजा मामला सामने आया है शहर को दूध देती गाय चोरहटा से रतहरा बाईपास से जहां पुलिस लाइन में तैनात एक आरक्षक साहब अपनी ड्यूटी की सेवाएं दे रहे हैं इस बीच साहब जी के द्वारा बाईपास से निकलने वाली हाईवा वाहनों को अवैध रूप से चलने का लाइसेंस देकर उनसे वैध कमाई की जा रही है तथा इस कमाई में आई राशि का उपयोग साहब किसी शासन के राजस्व में नहीं बल्कि अपने निजी उपयोग में कर रहे हैं और इतना ही नहीं उन्होंने अपने साथ में इस काम के लिए निजी व्यक्तियों को सहयोगी भी बनाया हुआ है जिससे उन लोगों का रोजगार भी चलता रहे तथा शासन के राजस्व का गलत तरीके से सही सही इस्तेमाल हो सके। 

दरअसल चोरहटा से रतहरा को लेकर जाने वाली बाईपास सड़क से दिन में कम से कम हजार हाईवा वाहन निकलते हैं तथा इन वाहनों में कई मालवाहक वाहन अवैध सामग्री लेकर निकलते हैं वहीं कई वाहन अवैध तरीके से ओवरलोड होकर निकलते हैं जिसके कारण सड़क हादसों का डर भी बना रहता है इसके अलावा शासन के द्वारा बनाई गई सड़क को भी नुकसान पहुंचता है मगर इन सब बातों की परवाह किए बगैर ही साहब महज अपनी जेब भरने की फिराक में रहते हैं जिससे पुलिस वर्दी वाले साहब के द्वारा अपनी निजी अवैध कमाई के रूप में निकलने वाले वाहनों से रुपयों का लेनदेन किया जाता है तथा दिन में इस मैनेजमेंट के माध्यम से वह करीब पचासों हजार रूपये कमाकर अपने घर की ओर चले जाते हैं। 

बताया जा रहा है कि पुलिस लाइन में तैनात आरक्षक साहब अपनी जेब भरने के साथ अन्य जिन प्रायवेट लोगों के रोजगार का विशेष ध्यान देते हैं उसमें महेंद्र नामक एक व्यक्ति ऐसे भी है जो क्रेशर का संचालन करते हैं और उनकी सेटिंग से करीब 100 वाहनों का पेमेंट इन आरक्षक साहब के पास अलग से पहुंचता है वहीं लाला, और पिंटू नाम के व्यक्तियों ने भी अवैध कमाई की सेटिंग बनाने में अपनी भूमिका निभाई है जिससे साहब सभी व्यक्तियों की कमाई के सूत्रधार बने हुए हैं। 

जानकारी के मुताबिक पुलिस लाइन वाले साहब बाईपास से निकलने वाली महज मालवाहक वाहनों को अपने निशाने पर लेते हैं जिससे एक वाहन से रोज का प्रति ट्रिप 500 रुपए वसूला जा रहा है। 

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