Paralympics Winners: पैरालंपिक खिलाड़ियों के लिए बड़ी घोषणा, 1 करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री Mohan Yadav ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिससे पैरालंपिक खिलाड़ियों को बड़ी राहत मिलेगी। यह घोषणा उन खिलाड़ियों के लिए की गई है जिन्होंने पैरालंपिक में मध्य प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। CM Mohan Yadav ने कहा कि मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी दी जाएगी। इस घोषणा के साथ ही उन्होंने सेवापखवाड़ा के तहत पैरालंपिक खिलाड़ियों प्राची यादव, पूजा झा और कपिल परमार को शॉल और नारियल देकर सम्मानित किया।
CM Mohan Yadav की घोषणा
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा करते हुए कहा कि 2024 पैरालंपिक्स में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपये का पुरस्कार और सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसके साथ ही, सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को जिन्होंने प्रतियोगिता में भाग लिया है, उन्हें 10.10 लाख रुपये का प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। इस घोषणा ने न केवल खिलाड़ियों में खुशी की लहर दौड़ा दी है, बल्कि उनके परिवारों में भी आशा की किरण जगाई है।
खिलाड़ियों की उपलब्धियाँ
कपिल परमार: ब्रॉन्ज मेडल विजेता (जूडो)
कपिल परमार ने 2019 में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद, उन्होंने 2022 में एशियन पैरागेम्स में सिल्वर और 2023 में आईबीएसए ग्रैंड प्रिक्स में गोल्ड मेडल जीते। कपिल का यह सफर प्रेरणादायक है और उनकी मेहनत को पहचानने की आवश्यकता थी।
रुबिना फ्रांसिस: ब्रॉन्ज मेडल विजेता (शूटिंग)
रुबिना फ्रांसिस ने भी पैरालंपिक्स में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। 2017 में वर्ल्ड शूटिंग पैरालंपिक चैंपियनशिप में गोल्ड, 2019 में वर्ल्ड शूटिंग पैरालंपिक वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज और 2023 में पैरालंपिक एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। उनकी सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि किसी भी परिस्थिति में मेहनत का फल मीठा होता है।
प्राची यादव: फाइनल में पहुँचने वाली
इंडियन कैनो स्प्रिंटर प्राची यादव ने हाल ही में फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने कहा, “मेरे लिए मेडल पाने का पूरा मौका था, लेकिन पांच महीने पहले, आंखों में संक्रमण के कारण मेरा कॉर्निया फट गया था। डॉक्टर ने मुझे ट्रांसप्लांट कराने के लिए कहा, लेकिन मैंने प्रतियोगिता से पीछे नहीं हटने का फैसला किया।” प्राची ने अपनी दृढ़ता और साहस का परिचय देते हुए कहा कि उन्होंने आंखों पर पट्टी बांधकर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और सेमीफाइनल में अच्छा समय भी दिया।
सरकार का समर्पण
मुख्यमंत्री Mohan Yadav ने इस अवसर पर कहा, “राज्य सरकार दिव्यांग खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए प्रतिबद्ध है। हम उन्हें पूरी तरह से अवसर प्रदान करेंगे ताकि वे आगे बढ़ सकें और अपनी प्रतिभा को निखार सकें।” यह कदम न केवल खिलाड़ियों के लिए, बल्कि समाज में दिव्यांगता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य का महत्व
दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना सिर्फ उनके खेल करियर के लिए ही नहीं, बल्कि उनके मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। जब समाज में किसी को उसका उचित स्थान मिलता है, तो यह न केवल उसके आत्म-सम्मान को बढ़ाता है, बल्कि अन्य दिव्यांग व्यक्तियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनता है।
प्रोत्साहन का महत्व
इस प्रकार के प्रोत्साहन से खिलाड़ियों में एक नई ऊर्जा का संचार होता है। जब उन्हें यह विश्वास दिलाया जाता है कि उनकी मेहनत की कद्र की जा रही है, तो वे और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित होते हैं। CM Mohan Yadav की यह घोषणा निश्चित रूप से प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।