Pahalgam attack: “झूठ पर टिका है पाकिस्तान का कश्मीर प्रपंच”, जावेद अख्तर का करारा बयान

पाहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई। इस बीच, पाकिस्तान द्वारा लगातार फर्जी खबरें और प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। पाकिस्तान के इस प्रोपेगेंडा पर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने प्रतिक्रिया दी है। जावेद अख्तर ने कहा कि पाकिस्तान का दावा कि सभी कश्मीरियों का दिल पाकिस्तान में है और भारत ने कश्मीर को कब्जा किया हुआ है, यह पूरी तरह से झूठ है।
जावेद अख्तर ने कहा, “जब पाकिस्तान ने 1948 में कश्मीर पर हमला किया था, तब स्थानीय कश्मीरियों ने तीन दिन तक उनका सामना किया। हमारे सैनिक तीन दिन बाद वहां पहुंचे थे। इसका मतलब यह है कि कश्मीरियों को भारत के बिना कोई जिंदगी नहीं है। पाकिस्तान का यह कहना कि कश्मीर भारत से आजाद होना चाहिए, यह पूरी तरह से गलत है।” उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीरियों का पर्यटन, जो उनकी आजीविका का मुख्य स्रोत है, अब समाप्त हो गया है। जावेद अख्तर ने यह भी स्पष्ट किया कि 90-99% कश्मीरियों का दिल भारत के साथ है और वे भारतीय हैं।
#WATCH | Mumbai, Maharashtra: Lyricist Javed Akhtar said, "…What do Pakistan's propaganda, establishment, clerics and its Army say about Kashmir? That all Kashmiris are Pakistanis by heart, and that India has occupied them. Lies. The truth is that when they attacked in 1948,… pic.twitter.com/oGJLKiwaBM
— ANI (@ANI) May 2, 2025
कश्मीरियों को भारतीय समझें
जावेद अख्तर ने कश्मीरियों के प्रति भारत में बढ़ते नफरत और पूर्वाग्रह पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “जो लोग कश्मीरियों को पाकिस्तानियों के तौर पर देख रहे हैं, वे पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा को सही साबित कर रहे हैं। किसी भी कश्मीरी को भारतीय में पूरी तरह से सुरक्षा मिलनी चाहिए और उन्हें यह एहसास होना चाहिए कि वे हमारे भाई हैं।” जावेद अख्तर ने कश्मीरियों के खिलाफ भेदभाव की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें भारतीय समाज में पूरी तरह से अपनाया जाना चाहिए। किसी कश्मीरी को पाकिस्तान से जोड़ना एक बड़ी गलती है और यह बेवकूफी है।
पाहलगाम में आतंकवादी हमला
22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम के बैसरान घाटी में आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। इसके बाद भारतीय सेना और सरकार दोनों सक्रिय हो गए हैं। सीमा पर तनाव बढ़ गया है और भारतीय सेना को आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अनुमति दी गई है। वहीं, सुरक्षा बलों ने जम्मू और कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। इस दौरान कई आतंकवादियों के घरों को ढहा दिया गया है।