केरल में NCC कैंप में अधिकारी पर हमला, गिरफ्तार किए गए दो आरोपी

केरल के कोच्चि में स्थित KMM कॉलेज में आयोजित एनसीसी शिविर में 21वें केरल एनसीसी बटालियन के एक अधिकारी पर हमला किया गया। इस हमले के बाद एनसीसी कैडेटों में से कई के बीमार होने की खबरें सामने आई हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सोमवार को कोच्चि पुलिस के हवाले से इस घटनाक्रम की जानकारी दी।
एनसीसी शिविर में हुआ हमला
कोच्चि शहर पुलिस ने बताया कि हमलावरों की पहचान फोर्ट कोच्चि के निवासी निशाद और पललुरुथी के नवाज के रूप में की गई है। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को उनके घरों से हिरासत में लिया गया और एनसीसी अधिकारियों द्वारा उनकी पहचान करने के बाद उनकी गिरफ्तारी की गई।
दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
थ्रिकक्कारा पुलिस ने 21वें केरल एनसीसी बटालियन के प्रशासनिक अधिकारी, लेफ्टिनेंट कर्नल करनैल सिंह पर हमला करने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया है। यह हमला उस समय हुआ जब एनसीसी कैडेटों के शिविर के आयोजन के दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया था।
खाद्य विषाक्तता से बीमार हुए कैडेट
यह घटना तब हुई जब 23 दिसंबर की रात को 60 से अधिक एनसीसी कैडेट्स को संदिग्ध खाद्य विषाक्तता का सामना करना पड़ा। FIR में यह जानकारी दी गई है कि आरोपियों ने शिविर स्थल में घुसकर, कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नैल सिंह को धमकी दी और फिर उन पर हमला किया। FIR के अनुसार, आरोपियों ने अधिकारी पर तेज धार वाली वस्तु से चेहरा, गर्दन और पीठ पर हमला किया। यह हमला रात करीब 11:30 बजे हुआ था।
एनसीसी कैडेटों की तबियत खराब होने के बाद स्थिति बिगड़ी
एनसीसी शिविर में खाद्य विषाक्तता के कारण कई कैडेटों की तबियत खराब हो गई थी। इस घटना के बाद शिविर में माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया था। अधिकारी और प्रशासन ने कैडेटों की स्वास्थ्य स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया और इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस को सूचित किया गया।
Uniformed officers were BRUTALLY ASSAULTED at KMM College, Thrikkakkara, Kerala!
NCC cadets suffered food poisoning, sparking chaos. While managing the situation, Lt Col Karnail Singh was SAVAGELY ATTACKED by intruders driven by panic & reckless media hysteria.
A decorated… pic.twitter.com/CglyYMZQ1z
— महारथी-മഹാരഥി (@MahaRathii) December 28, 2024
गिरफ्तारी और पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अब मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की गई और उन्हें थ्रिकक्कारा पुलिस थाने में लाकर पूछताछ की गई। पुलिस ने मामले की पूरी जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस हमले के पीछे क्या कारण थे और क्या इस हमले को उकसाने वाली कोई और वजह थी।
एनसीसी और सेना अधिकारियों का बयान
एनसीसी और सेना के अधिकारियों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। सेना और एनसीसी दोनों ने इस हमले को बहुत ही घिनौना करार दिया है और इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करने का संकल्प लिया है। अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की घटनाएं अनुशासनहीनता और असहमति के कारण नहीं होनी चाहिए, और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
कोच्चि पुलिस का बयान
कोच्चि पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की है। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि इस हमले के आरोपियों को न्याय दिलाया जाएगा और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को बढ़ने नहीं दिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें हत्या के प्रयास, हमला, और अन्य गंभीर आरोप शामिल हैं।
खाद्य विषाक्तता का कारण क्या था?
हालांकि खाद्य विषाक्तता का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि कैंप में जो भोजन वितरित किया गया था, उसमें कोई समस्या हो सकती है। अधिकारियों ने इस मामले की भी जांच शुरू कर दी है कि कहीं खाने में कोई अशुद्धता या संक्रमण तो नहीं था, जिससे इतने बड़े पैमाने पर कैडेट्स की तबियत बिगड़ी।
हमले के कारणों की जांच जारी
हमले के कारणों को लेकर अभी तक स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस ने कहा है कि हमलावरों से पूछताछ की जा रही है और घटना की पूरी जांच की जा रही है। यह देखा जाएगा कि इस हमले के पीछे कोई व्यक्तिगत विवाद था या फिर यह घटना किसी अन्य कारण से घटी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच में सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है और जल्द ही मामले में कोई ठोस जानकारी सामने आ सकती है।
केरल में हुए इस हमले ने एनसीसी शिविर के आयोजन के दौरान एक गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है। जहां एक ओर एक अधिकारी पर जानलेवा हमला हुआ, वहीं दूसरी ओर खाद्य विषाक्तता के कारण कई कैडेट्स की तबियत भी खराब हुई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच जारी है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि शिविर जैसे आयोजनों में सुरक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। अब यह देखना होगा कि इस मामले में पुलिस आगे क्या कदम उठाती है और अपराधियों को सजा मिलती है या नहीं।