सौरभ को मारने के लिए मुस्कान ने खरीदी थी बैन दवाइयाँ, पहली बार में क्यों नहीं लगी मौत?

मेरठ के चर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड में आरोपित मुस्कान और साहिल की 14 दिन की न्यायिक हिरासत आज समाप्त हो गई। सुरक्षा कारणों के चलते दोनों को मेरठ कोर्ट नहीं लाया गया, बल्कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मेरठ जिला जेल से ही चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों की न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी है, जिससे अब अगली सुनवाई 15 अप्रैल को होगी।
करीब दो हफ्ते बाद आमने-सामने हुए मुस्कान और साहिल
जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज ने बताया कि सुनवाई के दौरान मुस्कान और साहिल पहली बार एक-दूसरे के सामने आए। लगभग दो हफ्ते बाद ‘कत्ल के आरोपी’ आमने-सामने हुए तो दोनों भावुक हो गए, लेकिन कोई बातचीत नहीं हुई। जेल में दोनों को अलग-अलग बैरकों में रखा गया है। दोनों ही प्रशासन से अनुरोध कर रहे हैं कि उन्हें पास-पास रखा जाए और मिलने की इजाजत दी जाए।
मुस्कान सीख रही सिलाई, साहिल कर रहा खेती
जेल में मुस्कान सिलाई सीख रही है, जबकि साहिल खेती का काम कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों जेल में मिलने की जिद कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने उनकी यह मांग अब तक नहीं मानी है। पुलिस लगातार इस मामले की जांच कर रही है और आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जो लोगों को झकझोर कर रख देते हैं।
नवंबर में रची थी हत्या की साजिश, शरीर के टुकड़े कर किए थे सील
बता दें कि 3 मार्च की रात ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने मिलकर सौरभ राजपूत की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद शव के टुकड़े कर ड्रम में सील कर दिया गया था। इस दिल दहला देने वाली वारदात की साजिश नवंबर में ही रची जा चुकी थी। साहिल ने सौरभ को रास्ते से हटाने की ठानी और मुस्कान ने उसके साथ मिलकर योजना बनाई। पहले 25 फरवरी को जहरीली दवा खिलाकर सौरभ को बेहोश करने की कोशिश की गई, लेकिन यह चाल नाकाम रही। फिर 4 मार्च को उसे दोबारा जहरीली दवा दी गई और इस बार जब वह बेहोश हुआ, तो मुस्कान और साहिल ने मिलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या से पहले मुस्कान ने अपनी 6 साल की बेटी को नानी के घर भेज दिया था, ताकि वारदात के दौरान कोई परेशानी न हो। पुलिस मामले की हर कड़ी को जोड़ने में लगी हुई है और आगे की जांच जारी है।