MP News: सुरक्षा में चूक या संयोग? मोबाइल टावर तूफान में टूटा, क्या होता अगर लोग होते पास?

शनिवार को जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई जब एक तेज़ तूफान के दौरान एक पुराना मोबाइल टावर बीच से टूट गया और ज़मीन पर गिर पड़ा। यह मामला मटगंवा थाना क्षेत्र के बड़वाहा गांव का है। यह टावर BSNL कंपनी का था और कई दिनों से बंद पड़ा हुआ था। गनीमत रही कि टावर के आसपास कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था वरना यह एक बड़ा हादसा साबित हो सकता था। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें टावर को बीच से टूटते हुए साफ देखा जा सकता है।
जर्जर हालत में था मोबाइल टावर
गांव के लोगों के अनुसार यह मोबाइल टावर कई साल पुराना था और लंबे समय से बंद पड़ा हुआ था। इसकी हालत काफी खराब हो चुकी थी और धीरे-धीरे यह पूरी तरह जर्जर हो गया था। शनिवार को आए तेज़ तूफान ने इस कमजोर टावर को पूरी तरह गिरा दिया। लोगों ने बताया कि उन्होंने पहले भी कई बार इसकी शिकायत की थी लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। टावर जिस खेत में बना था वहां कोई भी इंसान मौजूद नहीं था इसलिए किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
घटना का वीडियो आया सामने
इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें टावर दो हिस्सों में टूटकर ज़मीन पर गिरता नजर आता है। वीडियो देखने के बाद लोग हैरान हैं कि इस तरह का टावर इतने लंबे समय से जर्जर हालत में कैसे खड़ा था। प्रशासन की लापरवाही भी अब सवालों के घेरे में है क्योंकि एक बंद और खतरनाक ढांचे को बिना हटाए छोड़ देना किसी भी समय जानलेवा साबित हो सकता है। अगर टावर आबादी वाले इलाके में होता तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
तूफान ने कई इलाकों में मचाई तबाही
चतरपुर जिले में शनिवार शाम मौसम अचानक बदल गया। आसमान में काले बादल छा गए और तेज़ हवाएं चलने लगीं। इससे लोगों को गर्मी से तो राहत मिली लेकिन दूसरी तरफ कई इलाकों में नुकसान की खबरें भी सामने आई हैं। कई जगह पेड़ गिरने की घटनाएं हुई हैं और कुछ स्थानों पर बड़े-बड़े होर्डिंग भी गिर गए हैं। प्रशासन ने नुकसान की समीक्षा शुरू कर दी है। ग्रामीण इलाकों में बिजली की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि जर्जर ढांचों को समय रहते हटाना कितना ज़रूरी है ताकि कोई जान-माल का नुकसान न हो।