मध्य प्रदेश

MP New Chief Secretary: मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव अनुराग जैन की नियुक्ति, वरिष्ठता और अनुभव का संगम

MP New Chief Secretary: मध्य प्रदेश में प्रशासनिक बदलाव की एक महत्वपूर्ण घटना के तहत, अनुराग जैन को नए मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया आज शाम को पूरी हो जाएगी और उनका कार्यकाल अगस्त 2025 तक चलेगा। अनुराग जैन 1989 बैच के IAS अधिकारी हैं और उनके पास प्रशासन का व्यापक अनुभव है, जो उन्हें इस पद के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाता है।

अनुराग जैन का प्रशासनिक करियर

अनुराग जैन की प्रशासनिक यात्रा कई महत्वपूर्ण पदों पर रही है। वर्तमान में, वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और मंत्रालय में प्रतिनिधि सचिव के रूप में कार्यरत हैं। इसके पहले, वे दो बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सचिव रह चुके हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने भोपाल के कलेक्टर के रूप में भी कार्य किया है। उनके कार्यकाल में, वे दिसंबर 2013 से फरवरी 2014 तक भारतीय निर्यात-आयात बैंक के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में भी सेवा दे चुके हैं।

वर्तमान मुख्य सचिव वीर राणा का कार्यकाल समाप्त

अनुराग जैन की नियुक्ति से पहले, मौजूदा मुख्य सचिव वीर राणा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। वीर राणा को 30 नवंबर 2023 को मुख्य सचिव का कार्यभार सौंपा गया था और उनका कार्यकाल मार्च 2024 में समाप्त होने वाला था। हालांकि, उन्हें 6 महीने की सेवा विस्तार दिया गया था, जो आज खत्म हो रहा है।

अनुराग जैन की वरिष्ठता और सीएम का समर्थन

अनुराग जैन की नियुक्ति वरिष्ठता के आधार पर की गई है। सूत्रों के अनुसार, वे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पसंद भी हैं। हालाँकि, इस पद के लिए 1990 बैच के IAS अधिकारी डॉ. राजेश राजौरा का नाम भी चर्चा में था, जिन्हें अधिकारियों द्वारा बधाई दी गई थी। लेकिन अंततः अनुराग जैन के नाम पर सहमति बनी।

MP New Chief Secretary: मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव अनुराग जैन की नियुक्ति, वरिष्ठता और अनुभव का संगम

केंद्रीय और राज्य स्तर पर मंथन

केंद्र और राज्य सरकार के बीच मुख्य सचिव की नियुक्ति के लिए पिछले 15 दिनों से मंथन चल रहा था। इस दौरान, डॉ. राजेश राजौरा और एसएन मिश्रा जैसे अन्य नामों पर भी विचार किया गया था। लेकिन अंततः दिल्ली की पसंद के अनुसार अनुराग जैन का नाम तय किया गया।

अनुराग जैन का प्रशासनिक दृष्टिकोण

अनुराग जैन के प्रशासनिक दृष्टिकोण की बात करें तो उनका अनुभव बताता है कि वे प्रभावी कार्यप्रणाली और नीतिगत निर्णयों में पारंगत हैं। उनके पास प्रशासन में सुधार और विकास के लिए नई योजनाओं को लागू करने का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। उनकी नीतियों में सार्वजनिक सेवाओं का सुधार, बुनियादी ढांचे का विकास और नागरिकों की भागीदारी को बढ़ावा देना शामिल है।

छत्तीसगढ़ का प्रशासनिक मॉडल

मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव के रूप में अनुराग जैन की नियुक्ति से छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक मॉडल को भी लागू किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ में हाल के वर्षों में प्रशासनिक सुधारों ने राज्य की विकास दर को तेज किया है। जैन की पहलें इस दिशा में मध्य प्रदेश में भी सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।

विकास की नई दिशा

अनुराग जैन की नियुक्ति के साथ, यह उम्मीद की जा रही है कि मध्य प्रदेश में विकास की गति तेज होगी। उनके अनुभव और नेतृत्व से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सुधार होगा। विशेषकर, बुनियादी ढांचे के विकास और नागरिक सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में नए कदम उठाए जा सकते हैं।

समापन विचार

अनुराग जैन की नियुक्ति मध्य प्रदेश के प्रशासन में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उनके अनुभव और क्षमता के आधार पर, यह उम्मीद की जा रही है कि वे राज्य की प्रशासनिक चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना कर पाएंगे। इससे न केवल प्रशासनिक कार्यकुशलता में वृद्धि होगी, बल्कि जनता के प्रति सरकार की जवाबदेही भी बढ़ेगी।

भविष्य की चुनौतियाँ

हालांकि, प्रशासन में सुधार के साथ-साथ कई चुनौतियाँ भी होंगी। इनमें भ्रष्टाचार, जनहित के मामलों का समाधान, और विकास कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करना शामिल है। अनुराग जैन को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम और सशक्त रूप से तैयार रहना होगा।

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