MP Congress Protest: नल घोटाले के विरोध में कांग्रेस विधायक एमपी विधानसभा में नल और फव्वारे लेकर आए

मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन कांग्रेस विधायकों ने सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया। कांग्रेस ने ‘जल जीवन मिशन’ और ‘नल जल योजना’ में भारी घोटाले के आरोप लगाए। विपक्ष के नेता उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के सामने प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान विधायक अपने हाथों में नल और टोटियां लेकर पहुंचे और सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशनखोरी का आरोप लगाया।
‘जल जीवन मिशन’ में हजारों करोड़ का घोटाला: उमंग सिंघार
प्रदर्शन के दौरान विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा,
“जल जीवन मिशन में हजारों करोड़ का घोटाला हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी और सरकार ने कहा था कि हर घर में नल लगेगा और पानी आएगा, लेकिन न तो नल लगे और न ही पानी आया। जहां नल लगे हैं, वहां सिर्फ हवा आती है, पानी नहीं। सरकार ने कहा था कि इसकी जांच करवाई जाएगी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
महिलाओं के लिए पानी की समस्या पर उठाए सवाल
उमंग सिंघार ने बीजेपी सरकार से सवाल किया कि हर घर में पानी कब तक पहुंचेगा? उन्होंने कहा,
“गर्मी के महीने आने वाले हैं, महिलाएं कई किलोमीटर चलकर पानी लाने के लिए मजबूर होंगी। सरकार को उनकी कोई चिंता नहीं है। मुख्यमंत्री हों या मंत्री, सब भाग रहे हैं। कोई जवाब देने को तैयार नहीं है। लेकिन कांग्रेस विधायक जनता के मुद्दे सड़क से सदन तक उठाते रहेंगे।”
कांग्रेस के प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन
यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस विधायकों ने इस तरह के प्रदर्शन किए हैं। इससे पहले किसानों की उर्वरक समस्या को लेकर कांग्रेस विधायकों ने उर्वरक की बोरियां लेकर प्रदर्शन किया था। बढ़ते कर्ज के मुद्दे पर कटोरे लेकर और बेरोजगारी के मुद्दे पर चाय की केतली लेकर सदन में विरोध जताया था।
जल जीवन मिशन: सरकारी दावे और हकीकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई जल जीवन मिशन योजना का उद्देश्य हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना था। लेकिन मध्य प्रदेश में इस योजना की हकीकत सरकार के दावों से बिल्कुल अलग नजर आ रही है। कांग्रेस का आरोप है कि योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है और इसके बावजूद सरकार जांच कराने में विफल रही है।
कांग्रेस का सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशनखोरी का आरोप
कांग्रेस का कहना है कि जल जीवन मिशन और नल जल योजना के ठेकों में 40 प्रतिशत कमीशन लेकर काम दिए गए। नल जल योजना के तहत कई गांवों में नल लगाए ही नहीं गए और जहां लगे हैं, वहां पानी नहीं आ रहा। कांग्रेस ने इन योजनाओं को लेकर सरकार की जवाबदेही तय करने की मांग की है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस का तेवर
विधानसभा के भीतर और बाहर कांग्रेस विधायकों का कहना है कि वे जनता के मुद्दों को उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।
“हम सदन में सरकार को इन योजनाओं में हुए भ्रष्टाचार के बारे में जवाब देने पर मजबूर करेंगे। जनता के हक के लिए हम सड़क से सदन तक लड़ाई जारी रखेंगे।”
सरकार का रुख और विपक्ष का दबाव
हालांकि, बीजेपी सरकार की ओर से इस मुद्दे पर अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है। विपक्ष का कहना है कि सरकार जनता के सवालों से बचने की कोशिश कर रही है। लेकिन कांग्रेस का कहना है कि वह सरकार को इस मुद्दे पर घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
जनता के मुद्दों को लेकर कांग्रेस का संघर्ष जारी
कांग्रेस विधायकों ने जल जीवन मिशन में हुए कथित घोटाले के साथ ही किसानों की उर्वरक समस्या, बढ़ते कर्ज और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर भी सरकार को घेरा है। कांग्रेस का कहना है कि जनता की समस्याओं को हल करने में सरकार पूरी तरह विफल रही है और वे इस विफलता को उजागर करते रहेंगे।
आगे की रणनीति
कांग्रेस विधायकों ने ऐलान किया है कि वे जल जीवन मिशन और नल जल योजना में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर पूरे राज्य में प्रदर्शन करेंगे। साथ ही, सदन में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएंगे। विपक्ष ने यह भी कहा कि यदि सरकार जांच कराने में विफल रहती है, तो वे इसे बड़ा आंदोलन बनाएंगे।
मध्य प्रदेश में जल जीवन मिशन और नल जल योजना को लेकर विपक्ष के आरोपों ने सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कांग्रेस का कहना है कि वह जनता के मुद्दों पर अपनी लड़ाई जारी रखेगी। अब देखना होगा कि सरकार इस मामले पर क्या कदम उठाती है और जनता को किस हद तक राहत मिलती है।