Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के लिए रेलवे की तैयारी, प्रयागराज, काशी और अयोध्या के बीच तेज गति से चलेंगी ट्रेनें, यात्री सुविधाओं में भी होगा सुधार
Maha Kumbh 2025: भारत के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज की ओर रुख करेंगे। इस बार के महाकुंभ का आयोजन फरवरी 2025 में होने जा रहा है, और इस बार रेलवे प्रशासन ने श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और आरामदायक बनाने के लिए कई नई योजनाएं बनाई हैं। खासतौर पर, प्रयागराज, बनारस और अयोध्या के बीच रिंग रेल कनेक्टिविटी की योजना से यात्रा की प्रक्रिया तेज और आसान हो जाएगी। इसके साथ ही, अतिरिक्त ट्रेनों की सुविधा भी दी जाएगी, ताकि यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बनारस स्टेशन पर एक मीडिया से बातचीत करते हुए महाकुंभ की तैयारियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वे आज झूंसी और प्रयागराज का निरीक्षण करने जा रहे हैं ताकि महाकुंभ के लिए किए गए सभी तैयारियों का जायजा लिया जा सके।
महाकुंभ के लिए तीन साल से हो रही तैयारी
रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे विभाग महाकुंभ के आयोजन के लिए पिछले तीन वर्षों से तैयारी कर रहा है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए नए वेटिंग एरिया, होल्डिंग एरिया बनाए जा रहे हैं। प्लेटफॉर्म विस्तार, डबलिंग और यात्री सुविधाओं को भी बढ़ाया गया है ताकि ट्रेनें बिना किसी व्यवधान के चल सकें। रेलवे मंत्रालय ने हर पहलू पर ध्यान दिया है ताकि महाकुंभ के दौरान यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
13000 स्पेशल ट्रेनों के संचालन की योजना
महाकुंभ के दौरान रेलवे 45 दिनों तक (13 फरवरी से 26 फरवरी तक) विशेष ट्रेनों का संचालन करेगा। कुल मिलाकर, 13000 ट्रेन यात्राएं विशेष रूप से महाकुंभ के श्रद्धालुओं के लिए तय की गई हैं। इससे यह सुनिश्चित होगा कि दूर-दूर से आने वाले भक्तों को यात्रा के दौरान बेहतर अनुभव प्राप्त हो।
इसके अलावा, रेलवे ने ट्रेनों के संचालन में आधुनिक तकनीकियों का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। ऑटोमेटिक सिग्नलिंग, यार्ड रेमॉडेलिंग और प्लेटफॉर्म पर अत्याधुनिक उपकरणों को स्थापित किया गया है ताकि ट्रेन संचालन निर्बाध रूप से हो सके। रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे विभाग अपनी सुविधाओं को और अधिक आधुनिक और यात्रियों के अनुकूल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
बनारस से 22 ट्रेनों का संचालन
रेल प्रशासन ने पहले ही निर्णय लिया है कि बनारस से प्रयागराज के लिए 22 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके अलावा, अयोध्या और बिहार जैसे राज्यों से श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसके लिए बनारस छावनी स्टेशन से 34 ट्रेनें चलाई जाएंगी। इन ट्रेनें के जरिए श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य स्थानों तक आरामदायक यात्रा का अवसर मिलेगा।
यातायात दबाव को कम करने के लिए बनारस और वाराणसी की जिम्मेदारियों को बांटा गया है। इसके साथ ही, छावनी स्टेशन पर दो होल्डिंग एरिया बनाए जाएंगे, जिनमें चार हजार लोगों के रुकने की सुविधा होगी। छावनी स्टेशन से अयोध्या के लिए भी विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
रेलवे स्टेशन पर स्वागत
बनारस स्टेशन पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव का स्वागत कई प्रमुख लोगों द्वारा किया गया। इसमें बीजेपी के जिला अध्यक्ष और एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पिंडरा के विधायक डॉ. अवधेश सिंह, मेट्रोपोलिटन अध्यक्ष विद्यसागर राय सहित अन्य भाजपा नेता शामिल थे। इसके साथ ही रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सत्येश कुमार, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक वर्मा, नॉर्थईस्ट रेलवे की जीएम सौम्या माथुर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बनारस स्टेशन पर मौजूद थे।
यात्रियों की सुविधाओं में सुधार
महाकुंभ के लिए रेलवे प्रशासन ने यात्रियों के लिए कई सुविधाओं में सुधार की योजना बनाई है। नए और बेहतर वेटिंग एरिया, होल्डिंग एरिया के साथ-साथ साफ-सफाई और सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। ट्रेन संचालन के साथ-साथ, यात्री सुविधाओं में वृद्धि करने के लिए रेलवे विभाग ने कई नए कदम उठाए हैं।
इस दौरान, यात्री अपने यात्रा को आरामदायक और सुरक्षित महसूस करेंगे, क्योंकि रेलवे प्रशासन ने महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए हर संभव तैयारी की है।
रेलवे विभाग की प्रतिबद्धता
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस दौरान कहा कि भारतीय रेलवे महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर सेवाएं देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि रेलवे की प्राथमिकता है कि आने वाले श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच सकें। उन्होंने इस अवसर पर रेलवे द्वारा किए गए सभी सुधारों और योजनाओं का विस्तार से उल्लेख किया और यात्रियों को बेहतर सेवाएं देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।
महाकुंभ के दौरान रेलवे द्वारा की गई तैयारियां एक सटीक उदाहरण हैं कि किस तरह भारतीय रेलवे अपने यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है। विशेष ट्रेनों का संचालन, यात्री सुविधाओं में सुधार और यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदम यह दर्शाते हैं कि रेलवे महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी से बचाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
महाकुंभ के आयोजन के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं की यात्रा को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए रेलवे प्रशासन ने जिन व्यापक योजनाओं पर काम किया है, उनसे यह साफ है कि रेलवे ने इस महत्वपूर्ण अवसर को लेकर अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाने का संकल्प लिया है।