उत्तर प्रदेश

Maha Kumbh 2025: मीडिया को रोके जाने पर भड़के IAS विजय किरण आनंद, दी कड़ी फटकार

Maha Kumbh 2025: महा कुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में पूरे भव्य और दिव्य रूप में हो रहा है। पूरे देश में इस आयोजन को लेकर लोगों के बीच उत्सुकता है। इस आयोजन को लेकर मीडिया भी बड़े स्तर पर कवरेज कर रहा है। लेकिन हाल ही में कुछ ऐसी घटनाएं सामने आईं, जिनमें मीडिया को कुंभ क्षेत्र में प्रवेश से रोका गया। इससे संबंधित वीडियो और घटनाएं सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनीं।

मीडिया को रोकने पर आईएएस विजय किरण आनंद ने जताई नाराज़गी
कुछ पत्रकारों ने शिकायत की कि पास दिखाने के बावजूद उन्हें कुंभ क्षेत्र में प्रवेश करने से रोका गया। जब इस बात की जानकारी मेले अधिकारी आईएएस विजय किरण आनंद को मिली, तो उन्होंने मौके पर ही कड़ा रुख अपनाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई।

आईएएस विजय किरण आनंद ने तुरंत वॉकी-टॉकी पर निर्देश जारी किए और संबंधित विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि किसी पत्रकार को पास दिखाने के बावजूद रोका गया, तो जिम्मेदारी तय की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।

मीडिया के लिए विशेष निर्देश
विजय किरण आनंद ने अपने निर्देश में कहा, “यदि कोई मीडिया व्यक्ति प्रमाणित पास दिखा रहा है, तो उसे मेले क्षेत्र में प्रवेश से न रोका जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मीडिया को मेले की हर जानकारी तक पहुंचने में कोई बाधा न हो। सरकार चाहती है कि मेले से जुड़ी हर जानकारी मीडिया के माध्यम से सभी प्लेटफॉर्म्स पर पहुंचे।”

Maha Kumbh 2025: मीडिया को रोके जाने पर भड़के IAS विजय किरण आनंद, दी कड़ी फटकार

उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि इस संदेश को सभी कंट्रोल रूम में तुरंत पहुंचाया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी अधिकारी इस निर्देश के खिलाफ कार्रवाई न करे।

संतों ने की यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स पर आपत्ति
महा कुंभ में इन दिनों बड़ी संख्या में राष्ट्रीय मीडिया, प्रिंट मीडिया, यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स भी कवरेज के लिए मौजूद हैं। इनमें से कुछ लोग मेले के दौरान वीडियो बनाकर व्यूज़ और लाइक्स के लिए पोस्ट कर रहे हैं। इस पर कुछ संतों और श्रद्धालुओं ने आपत्ति जताई है।

संतों ने कहा कि मेले की गरिमा और धार्मिक माहौल बनाए रखने के लिए यह ज़रूरी है कि ऐसा कोई व्यक्ति मेले क्षेत्र में प्रवेश न करे, जो मेले के नियमों और मर्यादाओं के खिलाफ हो। इसी कारण मीडिया के प्रवेश पर सख्ती बरती जा रही थी।

सरकार की मंशा: मेले की जानकारी सभी तक पहुंचे
सरकार का उद्देश्य है कि महा कुंभ से जुड़ी हर जानकारी मीडिया के माध्यम से देश-विदेश तक पहुंचे। मेले अधिकारी विजय किरण आनंद ने कहा कि मीडिया को रोकने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी पत्रकार को रोके जाने की घटना अस्वीकार्य है और इस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

मीडिया के महत्व को किया रेखांकित
आईएएस विजय किरण आनंद ने मीडिया की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह मीडिया ही है, जो मेले की सकारात्मक छवि और घटनाओं को जनता तक पहुंचाने का काम करता है। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि मीडिया के साथ सहयोग करें और उनकी हरसंभव मदद करें।

सुरक्षा और मर्यादा का ध्यान रखते हुए जारी निर्देश
हालांकि, अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि मेले में सुरक्षा और मर्यादा बनाए रखना प्राथमिकता है। इसलिए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी असमाजिक तत्व या ऐसा व्यक्ति, जो मेले की गरिमा के खिलाफ हो, मेले क्षेत्र में प्रवेश न कर सके।

मीडिया और प्रशासन के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश
यह घटना इस बात को भी दर्शाती है कि प्रशासन मीडिया और मेले की मर्यादा के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है। जहां एक ओर मीडिया को मेले के कवरेज की पूरी स्वतंत्रता दी जा रही है, वहीं दूसरी ओर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मेले की पवित्रता और धार्मिकता में कोई खलल न पड़े।

महा कुंभ 2025 में मीडिया के प्रवेश को लेकर विवाद ने मेले की व्यवस्था और प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, आईएएस विजय किरण आनंद की सक्रियता और सख्त रवैया यह दिखाता है कि प्रशासन मेले की गरिमा बनाए रखने के साथ-साथ मीडिया के अधिकारों की रक्षा करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।

यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में प्रशासन मीडिया और मेले की मर्यादा के बीच सामंजस्य कैसे स्थापित करता है। महा कुंभ जैसे भव्य आयोजन में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए स्पष्ट नियम और बेहतर संवाद की जरूरत है।

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