उत्तर प्रदेश

Maha Kumbh 2025 Air Fare: प्रयागराज जाने का किराया अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से महंगा! एक सीट की कीमत 50,000 रुपये तक पहुँची

Maha Kumbh 2025 Air Fare: प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ के दौरान संगम में स्नान के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुँच रहे हैं। इसके चलते हवाई किराये में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है। इस वर्ष महाकुंभ के अवसर पर हवाई टिकट की कीमतें अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भी अधिक हो गई हैं।

हवाई किराये में अप्रत्याशित बढ़ोतरी

प्रयागराज जाने के लिए हवाई किराये में भारी वृद्धि देखी जा रही है। दिल्ली से प्रयागराज के लिए 28 जनवरी को जाने और 29 फरवरी को वापसी का टिकट 50 हजार रुपये के करीब पहुँच गया है। आम दिनों में जो टिकट 5-8 हजार रुपये में मिलता था, वह अब 50-60 हजार रुपये तक बिक रहा है।

अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भी अधिक किराया

दिल्ली से लंदन जाने का किराया लगभग 60-70 हजार रुपये है। इसी दौरान प्रयागराज जाने का किराया 50 हजार रुपये तक पहुँच गया है, जो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के मुकाबले काफी अधिक है। यह स्थिति श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का कारण बन रही है।

राजा भैया ने उठाए सवाल

कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने इस मुद्दे पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार को हवाई किराये पर स्थायी नियंत्रण रखना चाहिए। राजा भैया ने ट्वीट कर कहा, “प्रयागराज में महाकुंभ के लिए विमान सेवाओं में वृद्धि का समाचार सुखद है, लेकिन हवाई किराये में बढ़ोतरी यह दिखाती है कि कंपनियों का लक्ष्य यात्रियों की सुविधा नहीं बल्कि मुनाफा कमाना है।”

राघव चड्ढा ने सरकार से की अपील

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सामान्य दिनों में प्रयागराज की फ्लाइट का किराया 5-8 हजार रुपये होता था, लेकिन महाकुंभ के दौरान यह 50-60 हजार रुपये तक पहुँच गया है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि हवाई किराये को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएँ।

Maha Kumbh 2025 Air Fare: प्रयागराज जाने का किराया अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से महंगा! एक सीट की कीमत 50,000 रुपये तक पहुँची

नागर विमानन मंत्रालय की प्रतिक्रिया

इस मुद्दे पर नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि प्रयागराज की उड़ानों के किराये को युक्तिसंगत बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि महाकुंभ के दौरान बढ़ी हुई यात्री मांग को देखते हुए उड़ानों की संख्या बढ़ाई गई है।

उड़ानों की संख्या में वृद्धि

मंत्रालय के अनुसार, विभिन्न भारतीय शहरों से प्रयागराज के लिए लगभग 80,000 मासिक सीटों के साथ 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं। दिसंबर 2024 तक प्रयागराज आठ शहरों से जुड़ा था, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 17 हो गई है।

विशेष स्नान पर्व के लिए नई उड़ानें

स्पाइसजेट और अकासा एयर जैसी एयरलाइन कंपनियों ने महाकुंभ के लिए विशेष उड़ानों की घोषणा की है। अकासा एयर 28 और 29 जनवरी को अहमदाबाद से विशेष उड़ानें संचालित करेगी। स्पाइसजेट फरवरी 2025 में दिल्ली, चेन्नई, गुवाहाटी, बेंगलुरु, मुंबई, और अन्य शहरों से प्रयागराज के लिए नई उड़ान सेवाएँ शुरू करेगी।

डीजीसीए ने दिए निर्देश

महाकुंभ के स्नान पर्व के दौरान हवाई किराये को नियंत्रित रखने के लिए डीजीसीए ने एयरलाइन कंपनियों को पर्याप्त क्षमता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइन कंपनियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि श्रद्धालु उचित कीमतों पर महाकुंभ में शामिल हो सकें।

श्रद्धालुओं की निराशा

उच्च हवाई किराये के कारण लाखों श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। आमतौर पर 5-8 हजार रुपये में मिलने वाले टिकट की कीमत 50 हजार रुपये तक पहुँचने से लोगों को भारी वित्तीय बोझ उठाना पड़ रहा है।

महाकुंभ आस्था और श्रद्धा का पर्व है, लेकिन हवाई किराये में भारी वृद्धि ने इसे कई श्रद्धालुओं के लिए कठिन बना दिया है। सरकार और एयरलाइन कंपनियों को इस दिशा में उचित कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि हर व्यक्ति महाकुंभ के इस पवित्र अवसर का हिस्सा बन सके।

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