Madhya Pradesh Raj Bhavan: आम जनता के लिए खुला राजभवन, राज्यपाल ने दी बड़ी खुशखबरी

Madhya Pradesh Raj Bhavan: गणतंत्र दिवस के खास अवसर पर, मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए तीन दिनों के लिए राजभवन के दरवाजे आम जनता के लिए खोल दिए हैं। यह कदम लोगों को राजभवन के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व से परिचित कराने के उद्देश्य से उठाया गया है।
राजभवन आम लोगों के लिए कब और कैसे खुलेगा?
राजभवन का भ्रमण 25 जनवरी से 27 जनवरी 2025 तक आम नागरिकों के लिए किया जा सकता है। इस दौरान, निम्न समय पर लोग राजभवन देख सकेंगे:
- 25 और 27 जनवरी: दोपहर 2:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक।
- 26 जनवरी: प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक।
भ्रमण करने के इच्छुक लोगों को गेट नंबर 2 से प्रवेश की अनुमति होगी। राज्य प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि इन तीन दिनों में हजारों लोग राजभवन देखने आ सकते हैं।
राजभवन: इतिहास और गौरव का प्रतीक
मध्य प्रदेश का राजभवन न केवल राज्यपाल का आधिकारिक निवास है, बल्कि यह ऐतिहासिक धरोहरों और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक भी है।
राजभवन का ऐतिहासिक महत्व
- निर्माण की कहानी:
वर्तमान राजभवन का निर्माण 1880 में भोपाल की नवाब शाहजहां बेगम द्वारा किया गया था। इसे ब्रिटिश अधिकारियों के ठहरने के लिए बनाया गया और इसे “लाल कोठी” नाम दिया गया। - ब्रिटिश काल में भूमिका:
लाल कोठी 1880 से भोपाल में तैनात ब्रिटिश राजनीतिक एजेंटों का आधिकारिक निवास बन गई। इस क्षेत्र को पहले सैन्य छावनी क्षेत्र के रूप में जाना जाता था और किसी भी निजी निर्माण की अनुमति नहीं थी।
राजभवन के आकर्षण
- वेंकट हाल:
राजभवन में स्थित यह विशाल हाल अपने प्राचीन वास्तुशिल्प और शाही भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। - प्राचीन झूमर और वस्त्र:
राजभवन के अंदर लगे प्राचीन झूमर और वस्त्र इसकी भव्यता को बढ़ाते हैं। - तोप और प्राचीन वस्तुएं:
राजभवन में रखी गई पुरानी तोपें और अन्य प्राचीन वस्तुएं इतिहास को जीवंत करती हैं।
लोगों के आकर्षण का केंद्र: राजभवन की वास्तुकला
राजभवन की संरचना इसे अनोखा बनाती है। इसकी भव्यता और आंतरिक सजावट में शाही समय की झलक मिलती है। यह एक ऐसी जगह है जहां इतिहास और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
राजभवन भ्रमण का उद्देश्य
राजभवन के दरवाजे आम जनता के लिए खोलने का मुख्य उद्देश्य जनता को राज्य की ऐतिहासिक धरोहरों और सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना है। इसके साथ ही, यह कदम नागरिकों को शासकीय भवनों के प्रति जागरूक और गौरवान्वित करने का प्रयास है।
क्या-क्या देख सकते हैं लोग?
- प्राचीन काल की वस्तुएं और शिल्पकला।
- तोपें और ब्रिटिश कालीन स्मारक।
- प्राकृतिक सुंदरता और राजभवन की भव्यता।
सुरक्षा और सुविधा के प्रबंध
राजभवन प्रशासन ने इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। आने वाले लोगों को गेट नंबर 2 से आवागमन की अनुमति होगी। इसके साथ ही, आगंतुकों के लिए गाइड की भी व्यवस्था की जाएगी, जो उन्हें राजभवन के इतिहास और महत्व से अवगत कराएंगे।
नागरिकों की प्रतिक्रिया
यह पहल नागरिकों के बीच उत्साह का कारण बनी हुई है। कई लोग इसे एक ऐतिहासिक अवसर मान रहे हैं और राजभवन को देखने के लिए बेहद उत्साहित हैं।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल द्वारा लिया गया यह निर्णय जनता को इतिहास और संस्कृति से जोड़ने का एक अनोखा प्रयास है। राजभवन जैसे ऐतिहासिक स्थल का भ्रमण करना न केवल ज्ञानवर्धक है, बल्कि यह गर्व और गौरव का भी अनुभव कराता है। गणतंत्र दिवस के इस विशेष अवसर पर, यह पहल निश्चित रूप से जनता के दिलों में एक यादगार छाप छोड़ेगी।