मध्य प्रदेश पुलिस ने 51,000 से अधिक यौन अपराधियों की कुंडलियाँ तैयार की, विपक्ष ने यौन अपराधों पर किया हमला
मध्य प्रदेश में हाल ही में महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटनाएँ बढ़ी हैं। सरकार की इस स्थिति पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार को इन घटनाओं के बाद सवालों का सामना करना पड़ रहा है। यौन अपराधियों की कुंडलियाँ तैयार करने का निर्णय, जबकि विपक्ष ने 2 से 16 अक्टूबर के बीच ‘बेटी बचाओ अभियान’ चलाने का ऐलान किया है। आइए, हम इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा करते हैं।
दुष्कर्म की घटनाएँ
पिछले 15 दिनों में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में दुष्कर्म की कम से कम 7 घटनाएँ हुई हैं। 18 सितंबर को भोपाल के एक प्रसिद्ध स्कूल में 3 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बावजूद, अगले 10 दिनों में कई दुष्कर्म की घटनाएँ रिपोर्ट हुईं।
- 23 सितंबर को, हरदा में 5 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की खोज के लिए ड्रोन कैमरे की मदद ली।
- 23 सितंबर को ही, शाहजहाँबाद, भोपाल में 5 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना हुई, जिसके लिए पुलिस ने 72 घंटे तक खोजबीन की।
- 23 सितंबर को, मोरेना में 8 वर्षीय बच्ची के साथ पड़ोसी युवक ने दुष्कर्म किया।
- 25 सितंबर को, नर्मदापुरम के माखन नगर पुलिस थाना क्षेत्र में 7 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ।
- 26 सितंबर को, पन्ना में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई।
- 29 सितंबर को, रतलाम के एक निजी स्कूल में 5 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया।
इन घटनाओं ने सरकार की नीतियों और उनकी प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
इस बढ़ते अपराध के खिलाफ विपक्ष ने अपनी आवाज उठाई है। कांग्रेस ने ‘बेटी बचाओ अभियान’ की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाना और सरकार पर दबाव डालना है। इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं:
- 2 अक्टूबर को ‘स्पीक अप’ अभियान की शुरुआत।
- 5 अक्टूबर को युवा कांग्रेस द्वारा मशाल जुलूस।
- 7 अक्टूबर को महिला कांग्रेस का मोमबत्ती मार्च।
- 8 अक्टूबर को ब्लॉक स्तर पर उपवास और कन्या पूजन।
- 14 अक्टूबर को बेटी बचाओ ज्ञापन।
- 16 अक्टूबर को राज्य स्तर पर उपवास।
कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार यौन अपराधियों की कुंडलियाँ तैयार कर रही है, लेकिन पिछले 9 महीनों में हुई दुष्कर्म की घटनाएँ सरकार की निष्क्रियता को दर्शाती हैं।
पुलिस की कार्रवाई
मध्य प्रदेश पुलिस ने दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए सक्रियता दिखाई है। पुलिस ने यौन अपराधियों की कुंडलियाँ तैयार करने का काम शुरू किया है। पूरे राज्य में 51,052 यौन अपराधियों की पहचान की गई है और उनकी जानकारी एकत्रित की गई है। पुलिस ने इस संबंध में निम्नलिखित कदम उठाए हैं:
- 2469 यौन अपराधियों के खिलाफ 24 घंटों के भीतर कार्रवाई की गई।
- 2447 यौन अपराधियों से पूछताछ की गई और उन्हें निर्देशित किया गया।
- 4100 ऐसे अपराधियों की कुंडलियाँ तैयार की गई हैं, जिन्होंने यौन अपराध किए हैं।
भोपाल पुलिस कमिश्नर ने कहा कि अब पुलिस ऐसे अपराधियों के मोबाइल फोन की भी जांच करेगी और यदि बच्चों के पोर्न वीडियो मिले, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सरकार की स्थिति
मध्य प्रदेश सरकार ने इस स्थिति पर अपने संकल्प को स्पष्ट किया है। एक मंत्री ने कहा कि सरकार शून्य सहिष्णुता पर काम कर रही है और मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी अपराधी को नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में 12 वर्ष से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुष्कर्म के लिए मौत की सजा का प्रावधान है।