Madhya Pradesh: इंदौर में जल्द दौड़ेगी मेट्रो ट्रेन, सीएमआरएस की हरी झंडी का इंतजार

Madhya Pradesh के इंदौर शहर में जल्द ही मेट्रो ट्रेन की शुरुआत होने जा रही है। मेट्रो रेल परियोजना के व्यावसायिक संचालन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। अब केवल मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) की हरी झंडी का इंतजार है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो इस महीने या अगले महीने से इंदौर में मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू हो सकता है। यह जानकारी बुधवार को मध्य प्रदेश मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (एमपीएमआरसीएल) के एक अधिकारी ने दी।
सीएमआरएस से हरी झंडी का इंतजार
एमपीएमआरसीएल के अधिकारी ने बताया कि सीएमआरएस को आवश्यक दस्तावेज जमा कराने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इसके बाद, सीएमआरएस की टीम मेट्रो रेल के डिपो और स्टेशनों का निरीक्षण करने के लिए तारीख तय करेगी और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेगी। निरीक्षण के बाद, अगर सीएमआरएस से हरी झंडी मिल जाती है, तो इंदौर में मेट्रो रेल का व्यावसायिक संचालन जनवरी या फरवरी महीने में शुरू हो सकता है।
प्राथमिकता वाले मार्ग पर होगी शुरुआत
मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण के तहत इंदौर में 5.90 किलोमीटर लंबे प्राथमिकता वाले मार्ग पर मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी। यह मार्ग शहर के गांधी नगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर के स्टेशन नंबर तीन तक फैला है। इस रूट पर सितंबर 2023 में मेट्रो रेल का परीक्षण (ट्रायल रन) किया गया था।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस रूट पर आबादी की घनत्व कम होने के कारण शुरुआती दिनों में मेट्रो ट्रेन को यात्रियों की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
छह कोच वाली ट्रेन की व्यवस्था
एमपीएमआरसीएल के अधिकारी ने बताया कि इंदौर में मेट्रो रेल स्टेशन को छह कोच वाली ट्रेन चलाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। लेकिन शुरुआती चरण में केवल तीन कोच वाली ट्रेन चलाई जाएगी। उन्होंने कहा, “अगर यात्रियों की संख्या बढ़ती है, तो इसमें तीन और कोच जोड़े जा सकते हैं।”
अधिकारी ने बताया कि मेट्रो ट्रेन के एक कोच में लगभग 300 यात्री यात्रा कर सकते हैं, जिसमें 50 यात्री बैठने की सीट पर और शेष खड़े होकर सफर कर सकते हैं।
परियोजना की लागत और विस्तार
इंदौर मेट्रो रेल परियोजना का पहला चरण लगभग 7,500.80 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। इसके तहत शहर में लगभग 31.50 किलोमीटर लंबा एक वृत्ताकार मेट्रो रेल कॉरिडोर बनाया जाएगा। इस परियोजना की नींव 14 सितंबर 2019 को रखी गई थी।
मेट्रो रेल के विस्तार के साथ, शहर के अन्य हिस्सों को भी इससे जोड़ा जाएगा। अधिकारी ने बताया कि मेट्रो के मार्ग के विस्तार के साथ यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे इसकी उपयोगिता और अधिक बढ़ जाएगी।
यात्रियों के लिए सुविधाएं
इंदौर मेट्रो रेल स्टेशन को अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है। इनमें टिकट काउंटर, ऑटोमेटिक गेट, सुरक्षा उपकरण, और बैठने की सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, मेट्रो स्टेशनों पर विशेष रूप से विकलांग यात्रियों के लिए रैंप और लिफ्ट जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं।
शहर के लिए बड़ी उपलब्धि
इंदौर, जिसे स्वच्छता और स्मार्ट सिटी के लिए जाना जाता है, में मेट्रो ट्रेन की शुरुआत से शहरवासियों को आधुनिक और तेज़ परिवहन की सुविधा मिलेगी। इससे न केवल शहर के ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी, बल्कि समय और ऊर्जा की भी बचत होगी।
चुनौतियां और समाधान
शुरुआती चरण में यात्रियों की संख्या कम होने की संभावना को देखते हुए मेट्रो रेल प्रबंधन ने विभिन्न प्रचार योजनाएं तैयार की हैं, जिससे अधिक से अधिक लोग मेट्रो की सुविधा का लाभ उठा सकें।
इंदौर में मेट्रो ट्रेन का संचालन शहर के विकास में एक बड़ा कदम है। यह परियोजना न केवल परिवहन के क्षेत्र में सुधार लाएगी, बल्कि शहर की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को भी सुदृढ़ करेगी। उम्मीद है कि मेट्रो के साथ इंदौर एक और आधुनिक पहचान स्थापित करेगा।