Lucknow Accident: लखनऊ में पलटी बस, 50 यात्री सवार, 3 दर्जन से अधिक लोग घायल
Lucknow Accident: लखनऊ में रविवार सुबह एक बड़ा सड़क हादसा हुआ, जब एक बस यात्रियों को लेकर पलट गई। यह हादसा परा टिकोनिया क्षेत्र में हुआ, जब बस आगरा एक्सप्रेसवे से टिकोनिया परा की ओर आ रही थी। इस हादसे के समय बस में 50 यात्री सवार थे। हादसे के बाद कई लोग घायल हो गए हैं। पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को बस से बाहर निकाला और अस्पताल भेजा।
घायलों की स्थिति
पुलिस ने बताया कि इस हादसे में 3 दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं, लेकिन किसी भी यात्री को गंभीर चोटें नहीं आई हैं। घायलों को पास के अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है, लेकिन प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि बस डिवाइडर से टकरा कर पलटी।
बस पलटने का कारण
पुलिस के अनुसार, यह हादसा टिकोनिया मोड़ के पास डिवाइडर से टकराने की वजह से हुआ। इस घटना में बस के पलटने से यात्रियों में घबराहट फैल गई थी, लेकिन पुलिस की तत्परता के कारण सभी घायलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
पहले से हुए एक और बड़ा हादसा
यह हादसा उस समय हुआ, जब अमेठी राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्रॉसिंग बंद होने की वजह से पहले एक और बड़ा हादसा हुआ था। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके साथ ही, आधे दर्जन से अधिक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए थे। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भेजा, जहां एक की मौत की पुष्टि की गई और अन्य का इलाज किया जा रहा है।
नेशनल हाईवे पर समस्या
यह हादसा लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ, जहां क़मारौली पुलिस थाना क्षेत्र के सामने एक निर्माणाधीन ओवरब्रिज की वजह से सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण एजेंसी की लापरवाही के कारण ओवरब्रिज का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है, जिसके कारण रोज़ाना सड़क हादसे हो रहे हैं।
अमेठी प्रशासन की लापरवाही
अमेठी प्रशासन की ओर से इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर इन खतरनाक मोड़ों और बंद क्रॉसिंग्स की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। बावजूद इसके, प्रशासन इन मुद्दों पर सुधार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।
लखनऊ में हुए इस हादसे में राहत की बात यह रही कि कोई यात्री गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। हालांकि, सड़क हादसों की बढ़ती संख्या और प्रशासन की लापरवाही इस बात का संकेत देती है कि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए। अन्यथा, इस तरह की दुर्घटनाएं लगातार जारी रहेंगी, जो लोगों की जान और संपत्ति के लिए खतरे का कारण बन सकती हैं।