Guna SP Transfer: हनुमान जयंती विवाद के बाद गुना ACP का तबादला, नए अफसर अनकित सोनी को मिली जिम्मेदारी

गुना जिले के कर्नलगंज इलाके में हनुमान जयंती के दिन हुई सांप्रदायिक झड़प और पथराव के मामले ने प्रदेश सरकार को बड़ा कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। इसी के तहत अब गुना एसपी संजीव कुमार सिन्हा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। उनकी जगह 2017 बैच के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी अंकित सोनी को गुना का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। इस तबादले को लेकर देर रात आदेश जारी किया गया जिसने जिले की प्रशासनिक हलचल को और तेज कर दिया।
सरकार ने दिखाया सख्त रवैया, पूर्व एसपी को भोपाल मुख्यालय भेजा गया
मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार ने देर रात जो आदेश जारी किया उसके मुताबिक पूर्व एसपी संजीव कुमार सिन्हा को अब भोपाल पुलिस मुख्यालय में पदस्थ किया गया है। वहीं नए एसपी अंकित सोनी इससे पहले इंदौर शहरी पुलिस में डिप्टी कमिश्नर (इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी) के रूप में कार्यरत थे। उनकी छवि एक सख्त लेकिन संवेदनशील और संतुलित अधिकारी की मानी जाती है। प्रशासन के इस फैसले को जिले में बिगड़े कानून व्यवस्था पर सरकार की जवाबदेही और सख्ती के तौर पर देखा जा रहा है।
पूरा मामला 12 अप्रैल का है जब हनुमान जयंती के मौके पर कर्नलगंज क्षेत्र में जुलूस के दौरान एक मस्जिद के सामने दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। हालात इतने बिगड़ गए कि पथराव की खबरें सामने आईं। हालांकि उस समय के एसपी संजीव सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि “सीसीटीवी फुटेज में पथराव की पुष्टि नहीं हुई है”। इस बयान के बाद कई हिंदू संगठनों ने सोशल मीडिया से लेकर प्रशासन तक विरोध दर्ज किया और सवाल उठाए कि आखिर प्रशासन ने बिना पर्याप्त सुरक्षा के जुलूस की अनुमति क्यों दी थी। इसी के बाद से प्रशासनिक बदलाव की चर्चाएं शुरू हो गई थीं।
नए एसपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती, जिले में अमन और विश्वास बहाल करना
अब जब अंकित सोनी को गुना एसपी की जिम्मेदारी दी गई है तो उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती जिले में फिर से शांति और सौहार्द स्थापित करना होगा। सांप्रदायिक तनाव के इस दौर में जनता और विभिन्न समुदायों के बीच विश्वास की भावना को वापस लाना जरूरी है। इसके लिए निष्पक्ष और प्रभावी पुलिसिंग की जरूरत होगी जिससे कानून का राज मजबूत हो और किसी भी तरह की अफवाहों पर रोक लग सके। सरकार अब साफ संदेश देना चाहती है कि कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और हर हाल में दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।