लाड़ली बहनों के लिए बड़ी खुशखबरी: मुख्यमंत्री मोहन यादव भेजेंगे ₹1572.75 करोड़
मध्य प्रदेश की 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों के लिए आज का दिन खुशखबरी भरा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज ₹1572.75 करोड़ की राशि उनके खातों में ट्रांसफर करेंगे। गीता जयंती के अवसर पर आज लाल परेड ग्राउंड में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पांच हजार से अधिक आचार्य गीता के तीसरे अध्याय का पाठ करेंगे। इस आयोजन के जरिए विश्व रिकॉर्ड बनाने का दावा किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लाड़ली बहना योजना के तहत ₹1250 प्रति बहन की राशि 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में ट्रांसफर करेंगे। इस राशि का वितरण मुख्यमंत्री जन-कल्याण पर्व के साथ किया जाएगा।
लाड़ली बहना योजना: महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तिकरण का प्रयास
मध्य प्रदेश सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से 2023 में लाड़ली बहना योजना की शुरुआत की थी। पहले इस योजना के तहत ₹1000 प्रतिमाह दिए जाते थे, जिसे अब बढ़ाकर ₹1250 कर दिया गया है। इस योजना के तहत महिलाएं सालाना ₹15,000 की आर्थिक सहायता प्राप्त कर रही हैं।
अब तक इस योजना की 18 किश्तें जारी की जा चुकी हैं और 19वीं किश्त का इंतजार है। सामान्यतः योजना की किश्त हर महीने की 10 तारीख को जारी की जाती है, लेकिन त्योहारों को ध्यान में रखते हुए इसे समय से पहले भी जारी किया जाता है। इस बार एक दिन की देरी के बाद किश्त जारी की जा रही है।
क्या नए साल में बढ़ेगी राशि?
नए साल से पहले यह चर्चा जोरों पर है कि 2025 के बजट में लाड़ली बहना योजना की राशि में बढ़ोतरी हो सकती है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाल ही में बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों के उपचुनाव के दौरान अपने बयान में इस संभावना को और मजबूत कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा था, “योजना की शुरुआत में लाड़ली बहनों को ₹1000 दिए जा रहे थे। इसके बाद राशि बढ़ाकर ₹1250 कर दी गई। इस राशि को और बढ़ाया जाएगा। सरकार की नीति है कि यह सहायता ₹3000 से ₹5000 के बीच हो।”
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या नए साल में सरकार लाड़ली बहनों के लिए योजना की राशि में वृद्धि करेगी।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम
लाड़ली बहना योजना महिलाओं को आर्थिक मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना से न केवल महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि उनके परिवारों को भी वित्तीय सहायता मिल रही है।
कार्यक्रम के आयोजन और राशि ट्रांसफर की इस खबर से लाड़ली बहनों में उत्साह देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री का यह कदम महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
लाड़ली बहनों के लिए नए साल की उम्मीदें
सरकार के इस कदम से लाड़ली बहनों को राहत मिली है और वे नए साल में योजना की राशि में वृद्धि की उम्मीद कर रही हैं। यदि सरकार अपने वादे को पूरा करती है तो यह महिलाओं के जीवन में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।
लाड़ली बहना योजना ने महिलाओं को जो सहारा दिया है, वह भविष्य में उनके आत्मविश्वास और प्रगति का आधार बनेगा।