Ghaziabad News: “सरकारी नौकरी मिलने के तुरंत बाद छोड़ दी, पत्नी ने पति के आरोपों का दिया जवाब और पूरी सच्चाई बताई”

Ghaziabad News: कानपुर, उत्तर प्रदेश: कानपुर के एक व्यक्ति बजरंग भदोरिया ने अपनी पत्नी पर आरोप लगाया कि उसने सरकारी नौकरी मिलने के बाद उसे छोड़ दिया। बजरंग के मुताबिक, उसकी पत्नी और ससुराल वाले एक करोड़ रुपये की मांग कर रहे हैं ताकि वह उसके साथ रह सकें। इस आरोप के बाद लोगों ने एक बार फिर ज्योति मौर्या मामले पर चर्चा शुरू कर दी है और अब पत्नी ने इस मुद्दे पर अपनी सफाई दी है। बजरंग की पत्नी लक्षिता परमार ने सभी आरोपों को झूठा और निराधार बताया है।
पत्नी की सफाई: सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद
लक्षिता परमार ने यूपी तक से बात करते हुए कहा कि उनके पति द्वारा लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से गलत हैं। लक्षिता का कहना था कि वह खुद अपने पति के साथ रहना चाहती हैं, लेकिन उनका पति उन्हें रखने के लिए तैयार नहीं है। लक्षिता ने यह भी कहा कि जब वह अपने पति के साथ रहना चाहती हैं, तो उनके परिवार या उनसे पैसे मांगने की कोई वजह नहीं हो सकती।
लक्षिता ने कहा, “मेरे पास दिल्ली में भी ससुराल का घर है। मेरे ससुराल वालों ने मुझे धोखे से घर से बाहर निकाल दिया है और वे मुझे मेरे पति से मिलने भी नहीं देते।”
पति के आरोपों का जवाब देते हुए लक्षिता ने कहा
लक्षिता ने कहा कि वह कई बार कानपुर भी गईं ताकि उनके रिश्ते को बचाया जा सके, लेकिन उनके पति बात करने को तैयार नहीं थे। बजरंग ने यह भी आरोप लगाया था कि उसने शादी के बाद अपनी पत्नी को पढ़ाया था, लेकिन सरकारी नौकरी मिलने के बाद उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया। लक्षिता ने इस आरोप को भी नकारते हुए कहा कि वह शादी से पहले ही 2021 में सरकारी नौकरी की परीक्षा दे चुकी थी और शादी से पहले ही उन्होंने सरकारी नौकरी के लिए तैयारी शुरू कर दी थी।
लक्षिता ने बताया कि वह 22 फरवरी 2023 को बजरंग से शादी के बाद 17 अगस्त 2023 को दिल्ली के एक प्राथमिक स्कूल में नौकरी पाने में सफल हो गईं। लक्षिता ने यह भी कहा कि बजरंग ने उन्हें पढ़ाने में कोई मदद नहीं की, बल्कि धोखा दिया और उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। लक्षिता ने कानपुर पुलिस से भी इस मामले में बात की है और पुलिस ने उन्हें सच सामने लाने का आश्वासन दिया है।
बजरंग भदोरिया का आरोप और कानपुर पुलिस की कार्रवाई
बजरंग भदोरिया ने लक्षिता के खिलाफ कानपुर के नवबस्ता थाने में एक मामला दर्ज कराया था, जिसमें कहा गया था कि उनकी पत्नी ने सरकारी नौकरी मिलने के बाद उन्हें छोड़ दिया और अब वह उनके साथ रहने के लिए एक करोड़ रुपये की मांग कर रही हैं।
लक्षिता ने इस आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा कि बजरंग के आरोप पूरी तरह से झूठे हैं और उसने किसी भी तरह की मांग नहीं की है। लक्षिता ने अपनी बात रखते हुए कहा कि वह अपने पति के साथ रहना चाहती हैं, लेकिन बजरंग इस रिश्ते को बचाने के लिए तैयार नहीं हैं।
सरकारी नौकरी और पति के बीच झगड़ा
लक्षिता ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने शादी के पहले ही सरकारी नौकरी के लिए तैयारी शुरू कर दी थी और यह उनका व्यक्तिगत निर्णय था। उनका आरोप था कि बजरंग ने उन्हें पढ़ाने में कोई मदद नहीं की, जबकि वह पहले से ही अपने करियर के लिए पूरी तरह से तैयार थीं। सरकारी नौकरी पाने के बाद लक्षिता ने अपने पति से मिलने की कई बार कोशिश की, लेकिन उन्होंने किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं किया।
ससुरालवालों के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप
लक्षिता ने यह भी आरोप लगाया कि उनके ससुरालवालों ने उन्हें धोखे से घर से बाहर निकाल दिया और उन्हें अपने पति से मिलने का कोई अवसर नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्होंने कानपुर पुलिस से संपर्क किया है और पुलिस ने उन्हें इस मुद्दे की जांच करने का भरोसा दिलाया है।
कानपुर पुलिस का आश्वासन
कानपुर पुलिस ने लक्षिता से कहा कि वे इस मामले की पूरी जांच करेंगे और सच सामने लाने की कोशिश करेंगे। पुलिस ने कहा कि वे सभी पहलुओं पर गौर करेंगे और मामले की पूरी जानकारी जुटाकर उचित कार्रवाई करेंगे।
लक्षिता परमार ने अपने पति बजरंग भदोरिया के आरोपों को पूरी तरह से झूठा और निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि वह अपने पति के साथ रहना चाहती हैं, लेकिन बजरंग इस रिश्ते को बचाने के लिए तैयार नहीं हैं। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है और लक्षिता ने यह उम्मीद जताई है कि सच सामने आएगा और उनके साथ न्याय होगा।