पूर्व भाजपा विधायक ने 5 लोगों पर हमला करने वाले तेंदुए को पकड़ने के लिए खुद मैदान में उतरे, साथ में जाल भी लाए

मध्य प्रदेश के रीवा जिले के त्योंथर में तेंदुए ने दहशत फैला दी है। यहां के जनेह थाना क्षेत्र के खटिलवार गांव में एमपी-यूपी बॉर्डर के पास तेंदुए का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। तेंदुए ने 5 लोगों को घायल कर दिया है और एक पशु पर भी हमला किया है। घायलों में से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
तेंदुए को पकड़ने पहुंचे पूर्व भाजपा विधायक
ऐसे हालात में, पूर्व भाजपा विधायक श्यामलाल द्विवेदी खुद तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के साथ खुद ही तेंदुए की तलाश की। विधायक का यह कदम न केवल प्रशासन की नाकामी को उजागर करता है, बल्कि उनके इस प्रयास ने लोगों का ध्यान भी खींचा है।
पूरा मामला क्या है?
- तेंदुए का हमला:
दो दिन पहले खटिलवार गांव के एक किशोर पर उस समय तेंदुए ने हमला कर दिया जब वह खेत के पास शौच के लिए गया था।- झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने अचानक हमला किया।
- किशोर को बचाने आए एक ग्रामीण पर भी तेंदुए ने हमला कर दिया।
- 5 लोग घायल:
तेंदुए के हमले में कुल 5 लोग घायल हो गए हैं।- घायलों में से दो की हालत नाजुक है।
पूर्व विधायक का बयान
पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने कहा, “जब प्रशासन असफल हो गया और ग्रामीणों की विकट समस्या सुनने को मजबूर हुआ, तो मैं खुद तेंदुए को पकड़ने के लिए मैदान में उतर गया।”
- उन्होंने अपने हाथ में जाल लेकर तेंदुए की तलाश की।
- उनका यह प्रयास ग्रामीणों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
तेंदुए के हमले का बढ़ता खतरा
- मवेशियों और लोगों पर हमला:
तेंदुए के हमले न केवल मानव जीवन के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं, बल्कि मवेशियों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।- जानवरों की हत्या और ग्रामीणों पर हमले से लोगों में डर का माहौल है।
- यूपी में भी तेंदुए का आतंक:
- हाल ही में यूपी में भी तेंदुए के हमलों से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
- कई बार तेंदुए के हमले से लोगों की जान तक चली जाती है।
सरकारी प्रयास और तेंदुओं की धरपकड़ अभियान
- बड़े पैमाने पर अभियान:
सरकार ने तेंदुए के हमलों को रोकने के लिए कई बार बड़े पैमाने पर अभियान चलाए हैं।- मैन-ईटर तेंदुए को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया गया है।
- वन विभाग के कर्मचारी तेंदुए को पकड़ने और जंगल में छोड़ने का प्रयास करते हैं।
- वन विभाग की भूमिका:
तेंदुए के हमले को नियंत्रित करने के लिए वन विभाग की भूमिका अहम मानी जाती है।
पूर्व विधायक का प्रयास चर्चा में क्यों?
- ग्रामीणों के साथ खड़ा होना:
पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने तेंदुए को पकड़ने के लिए खुद पहल की।- उन्होंने ग्रामीणों की समस्या को समझा और उनके साथ मिलकर तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की।
- यह पहल प्रशासन की विफलता के खिलाफ एक मजबूत संदेश है।
- जाल के साथ मैदान में उतरे:
- उनका जाल लेकर तेंदुए की तलाश करना न केवल साहस का प्रतीक है, बल्कि उनके जमीन से जुड़े नेता होने को भी दर्शाता है।
तेंदुए के हमले का समाधान
- तेंदुए को जंगल में छोड़ने की आवश्यकता:
विशेषज्ञों का मानना है कि तेंदुओं को पकड़कर उन्हें सुरक्षित जंगल क्षेत्रों में छोड़ा जाना चाहिए। - ग्रामीणों को जागरूक करना:
- तेंदुए के हमलों से बचने के लिए ग्रामीणों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
- उन्हें वन विभाग और प्रशासन के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
मध्य प्रदेश के रीवा जिले में तेंदुए का आतंक प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गया है। ऐसे में पूर्व भाजपा विधायक श्यामलाल द्विवेदी का साहसिक कदम प्रेरणादायक है। हालांकि, वन विभाग और प्रशासन को मिलकर ऐसे हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।