मध्य प्रदेश

छतरपुर अस्पताल में डॉक्टर की हैवानियत पूर्ण व्यवहार, बुजुर्ग को बाहर फेंका

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के अस्पताल से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां जिला अस्पताल के एक डॉक्टर ने एक बुजुर्ग व्यक्ति को पीट दिया। डॉक्टर राजेश मिश्रा का यह हुल्लड़बाजी वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में डॉक्टर राजेश मिश्रा और उनके एक सहकर्मी 70 साल के एक बुजुर्ग व्यक्ति को घसीटते हुए अस्पताल परिसर के पुलिस पोस्ट के गेट पर फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो के मुताबिक यह घटना पिछले महीने 17 तारीख की है, जब बुजुर्ग ने डॉक्टर राजेश मिश्रा से कुछ बात को लेकर बहस की थी।

डॉक्टर ने बुजुर्ग को थप्पड़ मारा और चश्मा तोड़ा

बताया जा रहा है कि डॉक्टर राजेश मिश्रा ओपीडी में बैठकर मरीजों का इलाज कर रहे थे, तभी एक बुजुर्ग व्यक्ति अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान किसी बात को लेकर उनकी डॉक्टर से बहस हो गई। बहस के बाद डॉक्टर इतने गुस्से में आ गए कि उन्होंने बुजुर्ग की कोई परवाह न करते हुए उनकी पिटाई शुरू कर दी। डॉक्टर ने बुजुर्ग को थप्पड़ मारा और उनका चश्मा तोड़ दिया। इसके बाद डॉक्टर अपने सहकर्मी के साथ मिलकर उन्हें अस्पताल से बाहर घसीटते हुए फेंक दिया। यह पूरी घटना वीडियो में कैद हो गई, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

छतरपुर अस्पताल में डॉक्टर की हैवानियत पूर्ण व्यवहार, बुजुर्ग को बाहर फेंका

जब इस मामले में अस्पताल के सिविल सर्जन से पूछा गया, तो उन्होंने इस घटना से इनकार किया और डॉक्टर को क्लीन चिट दे दी। उन्होंने जांच की बात जरूर कही थी, लेकिन अब वीडियो सामने आने के बाद इस घटना की सच्चाई सबके सामने आ गई है। इसके बाद विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस मुद्दे पर भाजपा सरकार से सवाल उठाए हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस पार्टी के नेता जिजू पटवारी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “75 वर्षीय बुजुर्ग को छतरपुर जिला अस्पताल के डॉक्टरों और अस्पताल स्टाफ ने न केवल लात-घूसे मारे, बल्कि बुरी तरह से घसीटकर अस्पताल से बाहर फेंक दिया। बुजुर्ग का एकमात्र दोष यह था कि वह अपनी पत्नी का इलाज जल्दी करवाना चाहते थे क्योंकि वह लंबी कतार में खड़े नहीं रह सकते थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वह सरकार जो बुजुर्गों का सम्मान नहीं कर सकती, उसे शर्म आनी चाहिए। जो सरकार स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकती, उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।”

स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने किया विरोध

कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया है और कहा है कि यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं के दावे पर सवाल उठाती है। जिजू पटवारी ने कहा कि यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर धब्बा है और सरकार को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस घटना की पूरी जांच की जाए और दोषी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार बुजुर्गों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता की कोई मिसाल पेश नहीं कर रही है और यह घटना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।

यह मामला छतरपुर जिला अस्पताल की कार्यप्रणाली और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर भी सवाल खड़ा करता है। जहां एक ओर सरकार बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा करती है, वहीं इस तरह की घटनाएं उन दावों की पोल खोल रही हैं। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और क्या इस घटना के बाद डॉक्टर के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाए जाते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button

Discover more from Media Auditor

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue Reading

%d