मध्य प्रदेश

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के छोटे भाई ने उनसे रिश्ते तोड़े, माफी मांगी, कहा- ‘अब कोई संबंध नहीं’, बताया कारण

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हाल ही में हिंदुओं को एकजुट करने के लिए पदयात्रा पर निकले थे, जिसे लेकर काफी चर्चा हुई। बागेश्वर सरकार के इस अभियान को लेकर देशभर में बातें की गईं, लेकिन अब पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सुर्खियों में हैं अपने छोटे भाई के कारण। बागेश्वर सरकार के छोटे भाई ने उनसे अपने रिश्ते तोड़ने की घोषणा की है और यह मामला अब सार्वजनिक हो गया है।

शालिग्राम गर्ग का बयान

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के छोटे भाई शालिग्राम गर्ग ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा, “मेरा नाम अब पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से नहीं जोड़ा जाए। मैं उनसे अब कभी भी कोई संबंध नहीं रखूंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में उन्होंने अदालत का सहारा लिया है और अपने नाम को परिवार से अलग करने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है।

वीडियो में शालिग्राम गर्ग ने आगे कहा, “जो भी काम मैंने किया है, वह पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और बागेश्वर धाम की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसलिए अब मेरा नाम पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से जोड़ा न जाए।” उन्होंने माफी भी मांगी और कहा, “आगे से मेरा कोई भी काम पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री या बागेश्वर धाम से जुड़ा नहीं होना चाहिए, सभी रिश्ते खत्म हो गए हैं।”

क्या है कारण?

शालिग्राम गर्ग का नाम कई बार विवादों में आ चुका है। उन पर कई हमले और अन्य विवादों के आरोप लग चुके हैं, जिनमें पुलिस ने भी कार्रवाई की है। इनमें एक मामले में टोल टैक्स पर हमला करने का भी मामला शामिल है। इसके अलावा, शालिग्राम गर्ग कई बार अन्य विवादों के कारण सुर्खियों में रहे हैं। इन विवादों और कानूनी मामलों के कारण पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की छवि प्रभावित हुई है। शायद यही कारण है कि उन्होंने अब अपने छोटे भाई से सार्वजनिक रूप से रिश्ते तोड़ने का निर्णय लिया है।

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का प्रभाव और बागेश्वर धाम

पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जो छतरपुर में लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए प्रसिद्ध हैं, भारत और विदेशों में लाखों भक्तों के बीच लोकप्रिय हैं। वह हमेशा हिंदुत्व के प्रचारक रहे हैं और उन्होंने भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग भी उठाई है। हाल ही में उन्होंने बागेश्वर धाम से ओरछा तक एक हिंदू सनातनी एकता यात्रा निकाली थी, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया था। इस यात्रा के माध्यम से उनका उद्देश्य हिंदुओं को जागरूक करना और उन्हें एकजुट करना था।

छोटे भाई का कदम और परिवारिक विवाद

शालिग्राम गर्ग द्वारा रिश्ते तोड़ने और माफी मांगने का यह कदम परिवार में एक बड़े विवाद का संकेत दे रहा है। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भक्तों के लिए यह एक बड़ा झटका है, क्योंकि परिवार के भीतर यह दूरी उनके लिए हैरान करने वाली है। हालांकि, यह विवाद शालिग्राम गर्ग के पिछले विवादों से भी जुड़ा हुआ प्रतीत होता है, जो पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की छवि को नुकसान पहुंचा रहे थे।

आगे क्या होगा?

अब देखना यह होगा कि अदालत में इस मामले की सुनवाई के बाद क्या कदम उठाए जाते हैं और इस परिवारिक विवाद का क्या हल निकलता है। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और शालिग्राम गर्ग के बीच रिश्ते पूरी तरह से खत्म हो चुके हैं, लेकिन इस फैसले का बागेश्वर धाम और उनके भक्तों पर क्या असर पड़ेगा, यह समय ही बताएगा।

यह मामला एक नए मोड़ पर पहुंच चुका है, जहां बागेश्वर धाम के समर्थक और शास्त्री जी के भक्त यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि भविष्य में इस विवाद के परिणाम क्या होंगे।

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