मध्य प्रदेश

कांग्रेस का आरोप, ‘BJP ने मादक पदार्थ तस्करों के निकटता उजागर होने के बाद सदस्यता के नियम बदले’

हाल ही में मध्य प्रदेश में राजनीति गरमा गई है जब कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने अपने सदस्यता अभियान के नियमों में बदलाव किया है। कांग्रेस का आरोप है कि यह बदलाव भाजपा नेताओं की मादक पदार्थ तस्करों के साथ निकटता के उजागर होने के बाद किया गया है। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने इस संबंध में एक बयान देते हुए भाजपा की सदस्यता अभियान पर तंज कसा।

सदस्यता के नियमों में बदलाव

भाजपा ने घोषणा की है कि अब सक्रिय सदस्यता केवल मंडल अध्यक्ष की सिफारिश पर दी जाएगी। इस फैसले के बाद कांग्रेस ने भाजपा की सदस्यता अभियान का मजाक उड़ाते हुए कहा कि यह कदम उनके नेताओं के गलत कामों को छुपाने के लिए है। केके मिश्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि यह कदम भाजपा की सदस्यता अभियान की विश्वसनीयता को गंभीर नुकसान पहुंचाएगा।

मादक पदार्थ तस्करों से संबंध

कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा नेता हरिश अंजाना और उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा मादक पदार्थ तस्करों के साथ गहरे संबंध रखते हैं। उन्होंने कहा कि मांडसौर क्षेत्र में इन नेताओं का सीधा संबंध मादक पदार्थों की तस्करी से है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन से अनुरोध किया कि वे सभी पुलिस अधिकारियों के तबादले के संदर्भ में लिखी गई नोट शीट को सार्वजनिक करें, जो जगदीश देवड़ा के गृह मंत्री रहते हुए हुई थी।

कांग्रेस का आरोप, 'BJP ने मादक पदार्थ तस्करों के निकटता उजागर होने के बाद सदस्यता के नियम बदले'

पुलिस और मादक पदार्थों का रिश्ता

केके मिश्रा ने यह भी कहा कि पुलिस पर मादक पदार्थों के तस्करी और संबंधों का सार्वजनिक आरोप सही हो सकता है, लेकिन इसके पीछे नेता जैसे उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का हाथ है। उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं को जो युवाओं और उनके परिवारों के जीवन को बर्बाद करते हैं, उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि चाहे वे किसी भी राजनीतिक पार्टी से संबंधित हों, उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

राजनीतिक माहौल

मध्य प्रदेश में हाल ही में बढ़ते मादक पदार्थ तस्करी के मामलों ने राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रही है और केवल अपने राजनीतिक लाभ के लिए नियमों में बदलाव कर रही है। इस स्थिति ने राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक संघर्ष को और बढ़ा दिया है।

कांग्रेस का कहना है कि यदि भाजपा अपनी सदस्यता अभियान की विश्वसनीयता को बनाए रखना चाहती है, तो उसे अपनी कार्यशैली में सुधार करना होगा और मादक पदार्थों के तस्करों के साथ अपने संबंधों को स्पष्ट करना होगा।

भाजपा की प्रतिक्रिया

भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों का खंडन किया है और इसे राजनीतिक स्वार्थ की भुजा बताया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस के पास कोई ठोस सबूत नहीं है और वे केवल अपने असफलता को छुपाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। भाजपा ने यह भी कहा कि वे मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और इससे निपटने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

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