CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के छात्रों को जल्द मिलेगा छात्रवृत्ति, मुख्यमंत्री योगी ने दिए निर्देश, राशि सीधे खातों में जाएगी

CM Yogi Adityanath: आदित्यनाथ ने संबंधित विभागों को जल्द से जल्द छात्रों के खातों में छात्रवृत्ति और फीस भेजने का निर्देश दिया है। इसके बाद, सामाजिक कल्याण विभाग ने इस काम को तेजी से पूरा करने के लिए कार्य शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत, प्रदेश के 33 हजार अनुसूचित जाति (SC) के छात्रों को छात्रवृत्ति का भुगतान एक या दो दिन के भीतर उनके खातों में किया जाएगा। ये छात्र 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्र हैं।
राज्य सरकार की योजना और कार्यवाही
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद, सामाजिक कल्याण विभाग ने छात्रों को छात्रवृत्ति और फीस जल्द से जल्द देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग ने बताया कि 33 हजार अनुसूचित जाति के छात्रों को छात्रवृत्ति की राशि एक या दो दिनों के भीतर उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी। इस भुगतान में 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्र शामिल होंगे। साथ ही, 12वीं कक्षा के ऊपर के छात्रों के लिए भी यह भुगतान इस सप्ताह के अंत तक होने की संभावना जताई जा रही है।
विभाग द्वारा डेटा परीक्षण की प्रक्रिया
सामाजिक कल्याण विभाग ने बताया कि इस योजना के तहत छात्रों के डेटा का अंतिम परीक्षण किया गया है। 33 हजार छात्रों के डेटा का परीक्षण पूरा हो चुका है, और इसके बाद उनका भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा, 4.5 लाख सामान्य और SC छात्रों के लिए भी छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाना है, जिनकी कक्षा 9वीं और 10वीं है। इस वर्ग के छात्रों के लिए भुगतान फरवरी के अंत तक किया जाएगा। विभाग द्वारा इन छात्रों के डेटा का भी परीक्षण किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छात्रवृत्ति और फीस योजना
उत्तर प्रदेश सरकार हर साल 50 लाख से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति और फीस देती है। इस योजना में अनुसूचित जाति और सामान्य वर्ग के छात्रों को सामाजिक कल्याण विभाग के माध्यम से धनराशि दी जाती है। जबकि, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और आदिवासी वर्ग के छात्रों के लिए क्रमशः पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और आदिवासी कल्याण विभाग के माध्यम से भुगतान किया जाता है।
प्राप्त करने के योग्य छात्र
इस योजना के अंतर्गत, केवल उन्हीं छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है, जिनके परिवार की वार्षिक आय निर्धारित सीमा के अंदर हो। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (ST) के छात्रों के लिए यह सीमा 2.5 लाख रुपये तक निर्धारित की गई है, जबकि सामान्य और अन्य वर्गों के छात्रों के लिए यह सीमा 2 लाख रुपये है।
समाज के हर वर्ग के लिए उपयुक्त योजना
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव का संकेत देता है। सरकारी योजना के तहत, विशेष रूप से उन छात्रों को लाभ मिलेगा जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिन्हें अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने में आर्थिक मदद की आवश्यकता है। इस योजना के तहत छात्रवृत्ति से न केवल छात्रों को आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि यह उन्हें शिक्षा में अपनी रुचि और मेहनत को बढ़ाने के लिए प्रेरित भी करेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार का छात्रवृत्ति वितरण प्रयास
उत्तर प्रदेश सरकार की छात्रवृत्ति वितरण प्रक्रिया एक समग्र योजना के तहत चलाई जा रही है। यह योजना प्रदेश के छात्रों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है। इससे न केवल शिक्षा के स्तर में सुधार होगा, बल्कि राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी। छात्रवृत्ति के माध्यम से सरकार उनके आगे के शिक्षा यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छात्रों के लिए जारी की गई छात्रवृत्ति और फीस वितरण योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करेगी, बल्कि यह छात्रों को उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर करने में भी मदद करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार, यह प्रक्रिया तेजी से चल रही है, और जल्द ही 33 हजार छात्रों के खातों में राशि भेजी जाएगी। इस योजना का लाभ प्रदेश के लाखों छात्रों को मिलेगा, जो अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा में निवेश कर रहे हैं।