CM Yogi Adityanath: “यूपी में स्मार्टफोन और टैबलेट देने के लिए नई योजना, योगी सरकार जल्द कर सकती है ऐलान!”

CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रयागराज महाकुंभ में होने वाली कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं। इस बैठक में धार्मिक पर्यटन, निवेश, और राज्य के विकास से जुड़े कई प्रस्तावों पर चर्चा और स्वीकृति हो सकती है। इन फैसलों से राज्य में धार्मिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
प्रयागराज और वाराणसी का विकास प्राधिकरण बनाने का प्रस्ताव
सूत्रों के अनुसार, प्रयागराज और वाराणसी को जोड़ने के लिए एक विकास प्राधिकरण बनाने का निर्णय लिया जा सकता है। दोनों ही शहर धार्मिक दृष्टि से देश के प्रमुख स्थल बन चुके हैं। इस प्रस्ताव के तहत, प्रयागराज और वाराणसी के अलावा चंदौली, गाजीपुर, मिर्जापुर और भदोही को भी इस विकास प्राधिकरण में शामिल किया जा सकता है। इस योजना का लाभ इन क्षेत्रों में रहने वाले 2.38 करोड़ से अधिक लोगों को मिलेगा।
योजना के तहत इन क्षेत्रों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं। इन स्थानों को एक साथ जोड़ने से एक मजबूत धार्मिक पर्यटन सर्किट तैयार किया जाएगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
धार्मिक सर्किट और औद्योगिक गलियारे का निर्माण
यूपी सरकार ने राष्ट्रीय नीति आयोग (NITI Aayog) की सिफारिशों के आधार पर एक नया धार्मिक पर्यटन सर्किट तैयार करने का फैसला लिया है। इस सर्किट में प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट, और विंध्यधाम को जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, प्रयागराज और वाराणसी में ज्ञान पार्क और औद्योगिक केंद्रों का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, अयोध्या और रामस्नेही घाट के बीच एक औद्योगिक गलियारे की स्थापना की योजना भी बनाई गई है।
इन प्रस्तावों को कैबिनेट बैठक में मंजूरी मिल सकती है। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य में रोजगार सृजन के अवसर भी उत्पन्न होंगे। इसके साथ ही, इन क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना से आर्थिक विकास भी होगा।
स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण योजना
कैबिनेट बैठक में एक और महत्वपूर्ण प्रस्ताव स्मार्टफोन और टैबलेट देने की योजना पर चर्चा हो सकती है। इस योजना के तहत, युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट प्रदान करने का विचार किया गया है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को डिजिटल शिक्षा, कौशल विकास, और रोजगार अवसरों में मदद करना है। इस पहल से राज्य में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं को नई तकनीकी जानकारी प्राप्त होगी, जो उनके भविष्य के लिए फायदेमंद साबित होगी।
प्रयागराज में ऊंचे पुलों का निर्माण
प्रयागराज शहर में यातायात सुविधा को बेहतर बनाने के लिए चार स्थानों पर ऊंचे पुलों के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इन पुलों में से कुछ प्रमुख स्थानों पर जैसे कि सिविल लाइन्स हनुमान मंदिर से Mayo Hall Square, और नयनी में औद्योगिक क्षेत्र से जेल तक पुल शामिल हैं। इस परियोजना की शुरुआती योजना तैयार हो चुकी है, और इस पर जल्द ही काम शुरू हो सकता है। इन पुलों के निर्माण से शहर के यातायात की समस्याओं का समाधान होगा और यात्रा में समय की बचत होगी।
मंदिरों में दर्शन की सुविधा के लिए समिति का गठन
राज्य के कुछ प्रमुख मंदिरों जैसे कि वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर, जहां कोर्ट के आदेश पर रिसीवर्स नियुक्त किए गए हैं, वहां दर्शन करने वाले भक्तों की सुविधाओं के लिए एक समिति का गठन किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने खुद कहा था कि ये रिसीवर्स भक्तों की सुविधा का ध्यान नहीं रखते और दुर्घटनाओं की स्थिति में प्रशासन को दोषी ठहराया जाता है। इस संबंध में एक समिति बनाने का प्रस्ताव सरकार के सामने रखा जा सकता है, ताकि भक्तों को बेहतर सुविधा मिल सके और मंदिरों में दर्शन के दौरान किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो।
कैबिनेट बैठक में अन्य प्रस्तावों पर चर्चा
इसके अलावा, इस बैठक में राज्य के अन्य विकास कार्यों और योजनाओं पर भी चर्चा हो सकती है। धार्मिक पर्यटन, शहरों के विकास, यातायात सुविधाओं, और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं। इन फैसलों से न सिर्फ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना
योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इन योजनाओं के तहत प्रमुख धार्मिक स्थलों को जोड़कर पर्यटकों के आकर्षण के लिए सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। साथ ही, राज्य में पर्यटन आधारित उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती देंगे। इसके अलावा, सरकार ने इस क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए कई पहलों की घोषणा की है। इन योजनाओं के तहत धार्मिक स्थलों का और बेहतर तरीके से विकास होगा, जिससे पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा और स्थानीय व्यवसायों को भी फायदा होगा।
योगी सरकार का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करना है। इसके लिए कई योजनाएं तैयार की गई हैं, जो न सिर्फ धार्मिक स्थलों के विकास को बढ़ावा देंगी, बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेंगी। कैबिनेट बैठक में इन प्रस्तावों पर चर्चा और स्वीकृति मिलने से राज्य में विकास की नई दिशा मिल सकती है। इन पहलुओं से युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे और राज्य में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।