Chhindwara News: FDDI में छात्रवृत्ति के नाम पर 19 लाख का स्कैम, पुलिस ने शुरू की जांच
Chhindwara News: छिंदवाड़ा शहर के इमलीखेरा में स्थित फैशन डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट (FDDI) में अध्ययनरत आठ छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस स्कैम में 19 लाख रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा किया गया है, जिसके लिए संस्थान प्रबंधन पर आरोप लगाया गया है। शिकायत के बाद, पुलिस ने FDDI के केंद्र अध्यक्ष और प्रशिक्षक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने यूजी पासआउट छात्रों को पीजी उम्मीदवार दिखाकर सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाया है। इस मामले में धोखाधड़ी की राशि में वृद्धि की संभावना है।
मामला क्या है?
कोतवाली पुलिस के अनुसार, OBC वर्ग के लिए गठित जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर, FDDI के पूर्व केंद्र प्रभारी प्रदीप मंडल और प्रशिक्षक विनीत वर्मा के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित छात्रों के बयान के अनुसार, शैक्षणिक सत्र 2022-23 में 8 छात्रों के नाम पर 19 लाख 11 हजार 360 रुपये की अवैध रूप से निकासी की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर, पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ देर रात विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
अन्य छात्रों के साथ भी हुआ धोखा
8 OBC छात्रों की शिकायत पर की गई जांच से यह बात सामने आई है कि अब तक 19 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी हुई है। छात्रों की अन्य श्रेणियों की शिकायतों के आधार पर, धोखाधड़ी की राशि और बढ़ने की संभावना है।
छात्रों को निशाना बनाया गया
जांच रिपोर्ट से यह पता चला है कि FDDI के आरोपियों ने उन छात्रों को निशाना बनाया, जिन्होंने अपने UG डिग्री पूरी कर ली थी और नौकरी के लिए जिले से बाहर चले गए थे। उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग किया गया और उनके नाम पर पीजी पाठ्यक्रमों के लिए छात्रवृत्तियां हड़पी गईं। यह स्थिति न केवल छात्रों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि इससे संबंधित अन्य मुद्दों पर भी प्रकाश डालती है।
छात्रों का सामना
छात्रों के अनुसार, उन्हें पहले से ही इस धोखाधड़ी का संदेह था, लेकिन जब तक वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आगे नहीं आए, तब तक उन्हें यकीन नहीं हुआ। छात्रों ने कहा कि उनकी मेहनत और पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए, इस प्रकार का धोखा न केवल उनके भविष्य के लिए बल्कि उनके परिवार के लिए भी खतरा है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है। उन्होंने प्रारंभिक जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वे सभी संबंधित दस्तावेजों की जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी दोषियों को सजा मिले।
शिक्षा प्रणाली में कमी
इस मामले ने यह भी दिखाया है कि शिक्षा प्रणाली में कितना भ्रष्टाचार और अनियमितता है। ऐसे मामलों में शिक्षा संस्थानों की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण होती है। छात्रों को उनकी छात्रवृत्ति और शैक्षणिक अवसरों के मामले में पूरी पारदर्शिता की आवश्यकता है। जब भी इस प्रकार के मामले सामने आते हैं, तो यह स्पष्ट होना चाहिए कि शिक्षा में किसी भी प्रकार का धोखा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।