Chhattisgarh News: नक्सली हिंसा से पीड़ित ग्रामीणों ने अमित शाह से की मुलाकात, उपमुख्यमंत्री ने किया स्वागत
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में नक्सली हिंसा का सामना कर रहे ग्रामीणों ने हाल ही में अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की ओर मार्च किया। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और बस्तर में नक्सलवाद के कारण होने वाले नुकसान और अपनी समस्याओं के बारे में उन्हें बताया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सली हिंसा से प्रभावित ग्रामीणों को केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
दिल्ली में ग्रामीणों की मुलाकात
दिल्ली में हुई इस मुलाकात के बाद, 26 सितंबर (गुरुवार) को सभी 55 ग्रामीण, जो नक्सली हिंसा के शिकार हैं, राजधानी रायपुर पहुंचे। यहां उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने आवास कार्यालय में उनका स्वागत किया। उपमुख्यमंत्री ने सभी ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान से सुना और उन्हें समाधान का आश्वासन दिया, साथ ही उन्हें उपहार भी प्रदान किए।
उपमुख्यमंत्री का ग्रामीणों के प्रति संवेदनशीलता
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले चार दशकों में कई ग्रामीण नक्सलवाद के कारण अपने प्रियजनों को खो चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कई ग्रामीण आईईडी विस्फोटों के कारण घायल हुए हैं और उनकी शारीरिक क्षति भी हुई है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी न तो ग्रामीणों को पहचानते हैं और न ही जानवरों को। इस प्रकार की संवेदनहीनता ने ग्रामीणों के जीवन को बेहद कठिन बना दिया है।
नक्सलवाद का सफाया करने का संकल्प
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि जल्द ही केंद्रीय सरकार की मंजूरी के साथ, छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलवादी हिंसा से पीड़ित ग्रामीणों के लिए एक योजना तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री विश्वनुदेव साय और गृह मंत्री अमित शाह के संकल्प के अनुसार, नक्सलवाद को बस्तर और पूरे छत्तीसगढ़ से समाप्त किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि नक्सली बस्तर के विकास और लोगों की शांति को नष्ट करने में लगे हैं और अब इसका प्रतिकार आवश्यक हो गया है।
ग्रामीणों को प्रोत्साहित करना
उपमुख्यमंत्री ने नक्सलवादी हिंसा के शिकार ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि सरकार उनके साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा कि बस्तर के ग्रामीण नक्सलियों के आतंक के खिलाफ दृढ़ता से खड़े हैं और सरकार पूरी ताकत के साथ उनके साथ लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि नक्सलवाद को बस्तर से जल्द ही समाप्त किया जाएगा।
नक्सलवाद का प्रभाव
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद ने लंबे समय से ग्रामीणों के जीवन को प्रभावित किया है। इस क्षेत्र में विकास की संभावनाएं कुंद हो गई हैं और नक्सलियों की हिंसा ने स्थानीय समुदाय को डरा रखा है। ग्रामीणों की खेती, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ा है।
सरकार की योजनाएँ और उपाय
सरकार अब नक्सलवाद से प्रभावित गांवों के विकास के लिए ठोस योजनाएँ बनाने की दिशा में कदम उठा रही है। उपमुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार ग्रामीणों की सुरक्षा और उनके विकास के लिए हर संभव प्रयास करेगी। इसमें न केवल सुरक्षा बलों की तैनाती होगी, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए भी विशेष योजनाएँ बनाई जाएंगी।
नक्सलवाद के खिलाफ एकजुटता
छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलवाद के खिलाफ स्थानीय समुदायों को एकजुट करने के लिए भी प्रयास कर रही है। उपमुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को यह विश्वास दिलाया कि सरकार उनकी समस्याओं को समझती है और उन्हें सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जब लोग एकजुट होते हैं, तो किसी भी चुनौती का सामना करना आसान हो जाता है।