मध्य प्रदेशरीवा

मुख्यमंत्री का आगमन और खाद की समस्या से जूझते किसान, आखिर समाधान कब होगा?

चाकघाट। त्योंथर विधानसभा क्षेत्र के चाकघाट मंडी प्रांगण में आगामी 19 सितंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री जी का आगमन होना निश्चित हुआ है। इस अवसर के लिए भाजपा कार्यकर्ता और प्रशासन जी-जान से व्यापक तैयारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए जगह-जगह बैनर और पोस्टर लगाए जा रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर, खाद के संकट से जूझते किसान परेशान हैं।

नगर परिषद कार्यालय चाकघाट में खाद प्राप्त करने के लिए किसानों की लंबी लाइन देखी जा रही है। इन किसानों ने बताया कि उन्हें पहले टोकन मिलेगा, लेकिन खाद बाद में मिलेगी। खाद के टोकन प्राप्त करने में किसानों के उग्र होने की आशंका के चलते पुलिस की व्यवस्था की गई है।

किसानों के हितैषी मुख्यमंत्री का आगमन और खाद के लिए किसानों की लंबी लाइन कहीं न कहीं प्रशासनिक अव्यवस्था को दर्शाता है। भाजपा कार्यकर्ताओं में जहां मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर उत्साह है, वहीं किसानों के अंदर भारी मायूसी है।

किसानों का कहना है कि उन्हें समय पर खाद नहीं मिल रही है। कई किसान नगर परिषद चाकघाट परिसर में खाद की लाइन में खड़े होकर हमारे संवाददाता से बोले कि खाद के लिए इससे पहले कभी इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ी थी जितनी कि इस बार उठानी पड़ रही है।

किसानों ने यह भी कहा कि खाद की कमी के कारण उनकी फसलें प्रभावित हो रही हैं। धान की खड़ी फसल को बचाने के लिए उन्हें खाद की अत्यधिक आवश्यकता है। ऐसे में, मुख्यमंत्री के आगमन के पहले खाद की समस्या का समाधान किस तरह से होगा, यह एक बड़ा सवाल है।

किसान नेता और स्थानीय प्रतिनिधि प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि वे इस समस्या का समाधान प्राथमिकता से करें। यदि प्रशासन ने समय पर कदम नहीं उठाए, तो किसानों को आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

इस प्रकार, चाकघाट में खाद की समस्या और मुख्यमंत्री के आगमन ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। किसानों की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने की आवश्यकता है, ताकि वे अपनी फसल को सुरक्षित रख सकें और उनकी मेहनत का फल मिल सके।

किसानों का कहना है कि यदि उन्हें समय पर खाद नहीं मिली, तो उनकी फसलें सूख सकती हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो जाएगी।

इसलिए, यह आवश्यक है कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से ले और किसानों को राहत प्रदान करे।

किसानों ने यह भी सुझाव दिया है कि खाद की वितरण प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया जाए, ताकि उन्हें बार-बार लाइन में न लगना पड़े। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वे समय-समय पर किसानों की समस्याओं का समाधान करें और उनकी आवश्यकताओं को समझें।

किसानों की इस समस्या को हल करने के लिए स्थानीय नेताओं ने भी आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे और सरकार से मांग करेंगे कि किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराई जाए।

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