लगातार छापों के बीच MP लोकायुक्त पुलिस में बड़ा बदलाव, 6 निरीक्षकों समेत 34 पुलिसकर्मियों का तबादला

मध्य प्रदेश में लगातार छापेमारी के बीच लोकायुक्त पुलिस में बड़ा बदलाव किया गया है। लंबे समय से लोकायुक्त संगठन में तैनात डीएसपी, निरीक्षक और सिपाहियों को हटाकर नए नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं। रविवार को छह निरीक्षकों और 28 अन्य पुलिसकर्मियों को लोकायुक्त संगठन में तैनात किया गया।
सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी पर उठे सवाल
मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। हाल ही में डीएसपी, छह निरीक्षक और 24 सिपाहियों को लोकायुक्त पुलिस से हटा दिया गया। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने नई तैनाती की घोषणा की।
इन निरीक्षकों को लोकायुक्त संगठन में तैनाती मिली
- निरीक्षक सत्यराम मरावी – जबलपुर जिले से लोकायुक्त संगठन, भोपाल में नई तैनाती।
- निरीक्षक शशिकला मास्कले – मंडला जिले से लोकायुक्त संगठन, भोपाल।
- निरीक्षक दिनेश कुमार भोजक – रतलाम जिले से लोकायुक्त संगठन, भोपाल।
- कार्यवाहक निरीक्षक बलराम सिंह – 14सी बटालियन ग्वालियर से लोकायुक्त संगठन, भोपाल।
- निरीक्षक आनंद चौहान – पीटीसी इंदौर से लोकायुक्त संगठन, भोपाल।
- निरीक्षक जितेंद्र यादव – पांढुर्णा जिले से लोकायुक्त संगठन, भोपाल।
इन हेड कांस्टेबल और सिपाहियों को भी मिली नई तैनाती
- लोकायुक्त संगठन में कई कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल और कार्यवाहक हेड कांस्टेबल को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सौरभ शर्मा के ठिकानों पर करोड़ों की संपत्ति का खुलासा
19 दिसंबर को लोकायुक्त पुलिस ने भोपाल में सौरभ शर्मा की संपत्तियों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में 7.98 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई, जिसमें 2.87 करोड़ रुपये नकद और 234 किलो चांदी शामिल थी। इससे पहले भोपाल के बाहरी इलाके में खड़ी एक लावारिस एसयूवी से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये नकद मिले थे।
परिवहन विभाग का सिपाही निकला करोड़पति
सौरभ शर्मा परिवहन विभाग में एक साधारण सिपाही के पद पर तैनात था, लेकिन उसके पास से करोड़ों रुपये की संपत्ति मिलने के बाद उसके रिश्तेदारों के घरों पर भी छापेमारी की गई।
दुबई से निगरानी कर रहा था सौरभ शर्मा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सौरभ शर्मा दुबई में बैठकर पूरी छापेमारी प्रक्रिया पर नजर रख रहा था। पुलिस ने उसके ठिकानों पर कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में नकदी, सोना और चांदी बरामद की है।
लोकायुक्त पुलिस में फेरबदल के पीछे की वजह
लोकायुक्त पुलिस में इन तबादलों को हाल की छापेमारी और लोकायुक्त पुलिस पर उठ रहे सवालों के बीच महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह बदलाव लोकायुक्त संगठन की कार्यप्रणाली को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से किए गए हैं।
सख्त कार्रवाई जारी
लोकायुक्त पुलिस ने साफ कर दिया है कि सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। छापेमारी से जुड़े कई और खुलासे होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश में लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई ने बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है। सौरभ शर्मा जैसे छोटे पद पर तैनात कर्मचारी के पास से करोड़ों की संपत्ति मिलना गंभीर भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। लोकायुक्त पुलिस में हाल ही में किए गए बदलाव इस बात का संकेत हैं कि सरकार पारदर्शिता और सख्ती के साथ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।