विजयपुर में बूथ कैप्चरिंग के आरोप, पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन, श्योपुर-मोरैना रोड पर जाम
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान विजयपुर और बुधनी सीटों पर मतदान हो रहा है। बुधनी में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है, लेकिन विजयपुर में कुछ चुनावी गड़बड़ियों को लेकर हंगामा मच गया है। विजयपुर के तेलीपुरा मतदान केंद्र पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप में स्थानीय मतदाता ने वीरपुर पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और श्योपुर-मोरैना रोड को जाम कर दिया। इस घटनाक्रम ने चुनावी माहौल को गर्म कर दिया है।
बूथ कैप्चरिंग के आरोप और प्रदर्शन
तेलीपुरा मतदान केंद्र के मतदाताओं ने आरोप लगाया है कि रावत समुदाय के लोग फर्जी मतदान कर रहे हैं, जबकि आदिवासी समुदाय के लोगों को मतदान करने से रोका जा रहा है। इन आरोपों को लेकर स्थानीय गांववालों ने पुलिस को शिकायत दी थी। इसके बाद, मतदाता वीरपुर पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हुए और विरोध प्रदर्शन करते हुए श्योपुर-मोरैना रोड को जाम कर दिया।
इसके अलावा, केसी गांव के लोगों ने भी मारपीट की शिकायत दर्ज कराई है। इन घटनाओं ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है, और मतदाता अपने लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क पर उतर आए हैं।
कांग्रेस नेताओं का विरोध और आरोप
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जितू पटवारी ने बूथ कैप्चरिंग की घटना पर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “लोकतंत्र अपनी सांसें गिन रहा है।” जितू पटवारी ने निर्वाचन आयोग से तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि मतदाताओं को उनके संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करने का अवसर मिलना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में आज सत्ता और अपराध का गठजोड़ खुलेआम नाच रहा है। मतदाताओं को मतदान करने से रोका जा रहा है। अपराधियों ने मतदान केंद्रों पर कब्जा कर लिया है और मतदाता मतदान न कर पाने के कारण धरने पर बैठे हैं। जिम्मेदार लोग धृतराष्ट्र की तरह चुप हैं। लोकतंत्र को नंगा किया जा रहा है। आदरणीय निर्वाचन आयोग, क्या आप ध्यान देंगे?”
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बयान
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी में मतदान किया। उन्होंने अपनी पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ मतदान किया और बाद में मीडिया से बात करते हुए कहा कि बुधनी और विजयपुर के लोग भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा दोनों सीटों पर बहुमत प्राप्त करेगी।
आचार संहिता और चुनावी माहौल पर सवाल
चुनाव आयोग की ओर से चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। लेकिन विजयपुर में इस तरह की घटनाएं चुनाव आयोग के निर्देशों पर सवाल उठाती हैं। बूथ कैप्चरिंग और वोटिंग में गड़बड़ी के आरोप लोकतंत्र की नींव को कमजोर कर सकते हैं।
विजयपुर में हुए इस विवाद ने मध्य प्रदेश चुनावी माहौल को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। बूथ कैप्चरिंग और वोटिंग में धांधली के आरोपों के कारण मतदाता अपना अधिकार पाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। इस तरह की घटनाओं से लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों को खतरा हो सकता है, और चुनाव आयोग को इसे गंभीरता से लेकर उचित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष और सभी के लिए समान रहे।