अजय राय ने पुलिस के नोटिस को किया दरकिनार, साम्भल जाने का लिया निर्णय
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और अन्य कांग्रेस नेताओं का सम्भल दौरे का कार्यक्रम आज तय था, लेकिन लखनऊ पुलिस ने उन्हें सम्भल जिले में हुई हिंसा के कारण वहां न जाने का नोटिस जारी किया है। पुलिस ने अजय राय को सूचित किया कि सम्भल जिले में शांति और साम्प्रदायिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, वे अपने प्रस्तावित कार्यक्रम को स्थगित करें ताकि सम्भल के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा पारित धारा 163 BNSS के आदेश का उल्लंघन न हो।
अजय राय का जवाब: मैं शांति से जाऊंगा
इस नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए अजय राय ने कहा, “उन्होंने मुझे नोटिस जारी किया और कहा कि मेरी यात्रा से अराजकता फैल सकती है। हम भी अराजकता नहीं चाहते, हम शांति चाहते हैं। मुझे अपनी नेतृत्व को यह बताने का अधिकार है कि वहां पुलिस और सरकार द्वारा किए गए अत्याचार और अन्याय के बारे में लोगों को पता चले। पुलिस ने मुझे नोटिस दिया है, लेकिन मैं वहां शांति से जाऊंगा।” उन्होंने आगे कहा, “जो लोग पाप करते हैं, वे हमेशा उसे छिपाने की कोशिश करते हैं।”
समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव की प्रतिक्रिया
अजय राय को सम्भल जाने से रोकने के लिए जारी किए गए पुलिस नोटिस पर समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “वे (बीजेपी) नहीं चाहते कि कोई वहां (सम्भल) जाए। जो लोग पाप करते हैं, वे हमेशा उसे छिपाने की कोशिश करते हैं।” रामगोपाल यादव ने कांग्रेस नेता के अधिकार को सही ठहराते हुए, यह सवाल उठाया कि जब शांति बहाल हो गई है, तो सरकार कांग्रेस नेताओं को वहां क्यों नहीं जाने दे रही है।
सम्भल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक
सम्भल के कमिश्नर अंजनिया सिंह ने बताया कि अब शहर में शांति बहाल हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में शांति बनाए रखने के लिए, जिला मजिस्ट्रेट ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के सम्भल में प्रवेश पर रोक लगा दी है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे शांति बहाल होने तक सम्भल न आएं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें कोर्ट में भेज दिया गया है और अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। उनका कहना था, “हम किसी को भी नामों के आधार पर कार्रवाई नहीं करेंगे, जब तक कि जांच और साक्ष्य न हों, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई व्यक्तिगत बदला लेने के लिए झूठे आरोप न लगाए।”
सम्भल की स्थिति में सुधार, लेकिन तनाव बरकरार
सम्भल में हाल ही में हुई हिंसा के बाद पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। अब शांति बहाल होने के बाद प्रशासन ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है, ताकि कोई और घटना न घटित हो सके। हालांकि, कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने पुलिस और सरकार के रवैये पर सवाल उठाए हैं और इसे विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने का प्रयास बताया है।
कांग्रेस का आरोप: सरकार और पुलिस कर रहे हैं सच्चाई छिपाने की कोशिश
कांग्रेस का आरोप है कि सरकार और पुलिस हिंसा के पीछे की सच्चाई को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। अजय राय ने कहा कि उनका सम्भल दौरा सरकार और पुलिस के खिलाफ सच्चाई उजागर करने के लिए है। उनका मानना है कि लोगों को यह जानने का हक है कि सरकार और पुलिस ने वहां क्या गलत किया है और उन्हें यह भी जानने का अधिकार है कि सम्भल की हालिया हिंसा में क्या हुआ था।
सम्भल में चल रही तनावपूर्ण स्थिति के बीच, कांग्रेस नेता अजय राय की यात्रा को लेकर पुलिस और सरकार के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। अजय राय का कहना है कि वह शांति के साथ सम्भल जाएंगे और वहां हो रहे अत्याचारों को उजागर करेंगे। वहीं, पुलिस प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस विवाद में अब यह देखना होगा कि कांग्रेस नेता अपनी यात्रा पूरी करते हैं या फिर प्रशासन की सख्ती के कारण उन्हें अपनी योजना बदलनी पड़ेगी।