‘पैसे नहीं चाहिए, बस पापा चाहिए’ – हादसे में उजड़ते सपनों की दर्दनाक झलक

एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 हादसे में पिता को खो चुकी बेटी फाल्गुनी का एक भावुक वीडियो शुक्रवार को वायरल हुआ। वीडियो में फाल्गुनी रोते हुए कह रही हैं कि अगर टाटा ग्रुप उनके पिता को वापस ला सके तो वह 2 करोड़ रुपये देने को तैयार हैं। यह बात उन्होंने उस वक्त कही जब वह बीजे मेडिकल कॉलेज में डीएनए टेस्ट के लिए अपना ब्लड सैंपल देने पहुंची थीं ताकि अपने पिता के शव की पहचान हो सके। हादसे के बाद टाटा ग्रुप ने मृतकों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये मुआवज़े का ऐलान किया है लेकिन फाल्गुनी का दर्द इस रकम से कहीं ज्यादा बड़ा था।
मां को चाहिए पति का सहारा, मुझे चाहिए पापा का प्यार – फाल्गुनी
अपनी बात कहते हुए फाल्गुनी बार-बार रो पड़ीं। उन्होंने कहा, “क्या मुआवज़ा मेरे पापा को वापस ला सकता है? मेरी मां बीमार हैं उन्हें मेरे पापा की ज़रूरत है। मुझे उनके प्यार और देखभाल की ज़रूरत है। अगर टाटा ग्रुप मेरे पापा को लौटा सकता है तो मैं 2 करोड़ रुपये देने को तैयार हूं।” फाल्गुनी ने बताया कि उनके पिता को यात्रा करना बहुत पसंद था और वह हमेशा एयर इंडिया से ही सफर करते थे। इस भावुक बयान के बाद बीजे मेडिकल कॉलेज में सैंपल देने आए अन्य परिजनों के चेहरों पर भी गहरा दुख दिखाई दिया। कई लोग फूट-फूटकर रो रहे थे तो कई खामोशी से कोने में बैठे हुए थे।
अब तक 219 लोगों के लिए हो चुका है DNA सैंपलिंग का काम
सिविल अस्पताल प्रशासन ने बताया कि अब तक 219 परिजनों के डीएनए सैंपल लिए जा चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि हादसे में कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल थे। डीएनए विश्लेषण के लिए विशेष टीमों को लगाया गया है जो मानव अवशेषों का मिलान करेंगी। इसके बाद शवों की पहचान की जाएगी और उन्हें परिजनों को सौंपा जाएगा। हालांकि अधिकारियों ने कहा है कि यह प्रक्रिया 48 से 72 घंटे तक चल सकती है। यह भी बताया गया कि जो भी अवशेष मिले हैं उन्हें ध्यानपूर्वक संरक्षित किया गया है ताकि सटीक पहचान की जा सके।
मलबे से शनिवार को मिला एक और शव, क्रैश के 33 सेकंड में हुआ हादसा
शनिवार को बचाव दल ने एयर इंडिया AI-171 विमान के पिछले हिस्से के मलबे से एक और शव बरामद किया। यह विमान गुरुवार दोपहर को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही मात्र 33 सेकंड बाद क्रैश हो गया था। विमान लंदन के लिए रवाना हुआ था जिसमें कुल 242 लोग सवार थे। इस भीषण हादसे में केवल एक व्यक्ति ही बच पाया जबकि बाकी सभी की मौत हो गई। इस त्रासदी ने न केवल पीड़ित परिवारों को बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया है। अब सभी की नज़र इस बात पर है कि जांच में किसकी गलती सामने आती है और क्या ऐसा दोबारा न हो इसके लिए क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।