वाराणसी में चोरी की बड़ी गैंग का पर्दाफाश, 15 महिलाएं गिरफ्तार; कथा में आए श्रद्धालुओं को निशाना बनाती थीं महिलाएं
रामनगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने 15 महिलाओं को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। इन महिलाओं पर आरोप है कि इन्होंने डोमरी में आयोजित एक धार्मिक कथा के दौरान श्रद्धालुओं की ज्वेलरी चुराई। यह महिलाएं कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा के कथा स्थल पर उपस्थित श्रद्धालुओं को अपना निशाना बनाती थीं। इन महिलाओं से करीब 10 लाख रुपये की चोरी की गई ज्वेलरी बरामद हुई है।
प्रदीप मिश्रा की कथा में हुई चोरी
पुलिस के अनुसार, यह महिलाएं प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान ज्वेलरी चोरी में शामिल थीं। पुलिस ने बताया कि इन महिलाओं ने कथा के दौरान लोगों से सोने की चूड़ियां, मंगलसूत्र और अन्य कीमती सामान चुराए थे। इसके बाद, पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी की गई ज्वेलरी बरामद की। इस घटना को लेकर रामनगर पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया है।
बड़ी गैंग का हुआ पर्दाफाश
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने इस मामले का संज्ञान लिया और चोरी की शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई शुरू की। उन्होंने बृहस्पतिवार को कथा स्थल का दौरा भी किया और आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की मदद लेने का निर्देश दिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ये महिलाएं एक संगठित गैंग का हिस्सा थीं, जो बड़े धार्मिक आयोजनों में लोगों से ज्वेलरी चोरी करती थीं।
ध्यान से चोरी करती थीं महिलाएं
इस बारे में एसीपी ईशान सोनी ने बताया, “ये महिलाएं कथास्थल पर श्रद्धालु बनकर आती थीं और भीड़ में मिलकर चोरी करती थीं। इस दौरान उनकी चोरी का कोई भी व्यक्ति पता नहीं लगा पाता था। चोरी की गई वस्तुओं में दो सोने की चेन और नौ मंगलसूत्र शामिल हैं, जिनकी कीमत लगभग 10 लाख रुपये बताई जा रही है।”
गिरफ्तारी के बाद गलत नाम और पते दिए
एसीपी ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि इन महिलाओं ने पूछताछ के दौरान गलत नाम और पते दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस इन महिलाओं से और जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है ताकि गैंग के पूरे नेटवर्क और उनके आपराधिक गतिविधियों का पता चल सके।
पुलिस की कार्रवाई जारी
एसीपी ईशान सोनी ने कहा, “15 महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इन महिलाओं के संपर्कों की पहचान करने और उनके आपराधिक गतिविधियों की जानकारी जुटाने में लगी हुई है। यह गैंग लंबे समय से धार्मिक आयोजनों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रही थी।” पुलिस का कहना है कि इस गैंग के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है और आगे की जांच की जा रही है।
गैंग का तरीका और पुलिस की सख्ती
ये महिलाएं धार्मिक आयोजनों में आते हुए श्रद्धालुओं के बीच घुल-मिल जाती थीं और उन पर संदेह न होने पाता था। उन्होंने हर बार अपने शिकार को बिना किसी संदेह के चुना और फिर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस का मानना है कि ये महिलाएं इस तरह की घटनाओं को कई बार अंजाम दे चुकी हैं। पुलिस ने इनके पूरे नेटवर्क का पता लगाने के लिए कार्यवाही तेज कर दी है।
वाराणसी में इस गैंग के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालुओं के बीच चोरी करने वाली इस गैंग का पर्दाफाश किया गया है और इसके सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस की सक्रियता और जांच के कारण अब इस गैंग का खात्मा हो सकता है, और लोगों को इन घटनाओं से सुरक्षित रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।